रांची. कार्डिनल तेलेस्फोर प्लासीडस टोप्पो को अंतिम विदाई देने पटना महाधर्मप्रांत के आर्चबिशप सेबेस्टियन कल्लूपुरा रांची पहुंच गए हैं.उनके साथ फादर एलेक्स वी,फादर अमल राज और फादर कुलदीप भी गए हैं.वहीं बक्सर धर्मप्रांत के शाहपुर पल्ली के पल्ली पुरोहित फादर बोच्चा बस्कर भी रांची गए है. सनद रहे कि मांडर स्थित लिवंस हॉस्पिटल एण्ड रिचर्स सेंटर में पांच माह से एशिया के प्रथम आदिवासी कार्डिनल तेलेस्फोर प्लासीडस टोप्पो स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे.अचानक सख्त बीमार पड़ने से आईसीयू में भर्ती कराएं गये.वहां पर 4 अक्टूबर को प्रभु के प्यारे हो गये. वहां से उनका पार्थिव शरीर को 10 अक्टूबर को रांची लाया गया.मांदर से रांची तक एक विशेष रथ पर पार्थिव शरीर को लाया गया.रास्ते में मानव श्रृंखला बनाकर अपना प्रिय कार्डिनल को विदाई दे रहे थे.सभी लोगों के हाथों में कार्डिनल के चित्रनुमा झंडा था.जो हिला हिला कर विदाई दिये.पुरूलिया रोड स्थित संत मेरीज महागिरजाघर में कार्डिनल को दर्शनाथ और श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए रखा गया.करीब आठ बजे रात्रि तक लोग दर्शन करते रहे.उसी तरह आज 11 अक्टूबर को लोग सुबह 6ः00 से दर्शन कर रहे हैं.जो करीब 12 बजे तक जारी रहेगा. उसके बाद कार्डिनल के पार्थिव शरीर को लोयला मैदान लिया जाएगा.वहां पर पार्थिव शरीर को रखकर मिस्सा किया गया जाएगा.करीब 1 बजे से 30 बिशप और 500 पुरोहित आने की खबर दे चुके हैं.बिशप और पुरोहित मिलकर अंतिम संस्कार का मिस्सा अर्पित करेंगे.मिस्सा समाप्ति के बाद पार्थिव शरीर को संत मेरीज महागिरजाघर में लाया जाएगा.वहां पर संत तेरेसा की प्रतिमा के समीप नवनिर्मित कब्र में दफन कर दिया जाएगा.इस तरह एक पुरोहित के रूप में 54 साल, बिशप के रूप में 44 साल और कार्डिनल के रूप में 19 में जीवन व्यतीत करने वाले कार्डिनल तेलेस्फोर प्लासीडस टोप्पो अमर हो जाएंगे.बस याद ही शेष रह जाएगी.
बुधवार, 11 अक्टूबर 2023
झारखंड : 4 अक्टूबर को प्रभु के प्यारे हो गये टोप्पो
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