- सीईपीसी के कार्यवाहक चेयरमैन महावीर प्रताप शर्मा के साथ कई स्टालों पर कालीनों ं की खूबियों को बारीकी से परखा
- वैश्विक प्रतिस्पर्धा के दौर में नयी वेराइटी व तकनीक के माध्यम से ही उद्योग को संभाला जा सकता है : अजय गुप्ता
उन्होंने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में ऐसी प्रदर्शनियों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा के दौर में तकनीक के माध्यम से ही उद्योग को संभाला जा सकता है। बता दें, खूबसूरत रंग-बिरंगी मखमली कालीनों के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध भदोही में दुसरी बार इंडिया कारपेट एक्सपो का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से कालीन कारोबार को और बड़ा लाभ मिलेगा। सरकार उद्योग को लाभ देने के लिए लगातार प्रयास रही है। वैश्विक मानचित्र पर भदोही की पहचान खूबसूरत रंग बिरंगी कालीनों के लिए है। यहां के कुशल बुनकरों की अनूठी कारीगरी की वजह से एक्सपोर्ट में लगातार वृद्धि हो रही है। नेचुरल फैब्रिक, इंडियन इंस्पिरेशन, ट्रेडिशनल एम्ब्रॉयडेरी, नेचुरल डाय और यार्न से बनी कालीनें खूब पसंद की जा रही है। हमारे देश में कलर को सेलिब्रेशन के साथ जोड़ा जाता है। इसीलिए डार्क और ब्राइट कलर्स कालीन का असर सबसे ज्यादा होता है। अलग दिखने के लिए डार्क रेड, ब्लड ऑरेन्ज, फूशिया, इंडिगो, ग्रीन बिलकुल अलग दिखाई देते हैं।
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