बेतिया : पोलियो उन्मूलन के लिए रैली अभियान - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 31 अक्टूबर 2023

बेतिया : पोलियो उन्मूलन के लिए रैली अभियान

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बेतिया. रोटरी इंटरनेशनल की ओर से पूरे विश्व में पोलियो उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है. इसी के तहत रविवार को रोटरी क्लब और इनरव्हील क्लब के साथ हाथ मिलाते हुए, पोलियो उन्मूलन के लिए रैली फॉर ड्राइव में रोटेरियन भाग लिए. रोटरी क्लब और इनरव्हील क्लब सदस्यों की ओर से संयुक्त रूप से पोलियो उन्मूलन रैली निकाली गयी. रैली में रोटरी के सदस्य पल्स पोलियो जन जागरूकता फैलाने वाली स्लोगन की लिखित तख्तियों व बैनर को लेकर चल रहे थे. रैली शहर के मुख्य मार्ग से जागरूकता का प्रचार-प्रसार किया. रोटेरियन विजय विक्टर ने कहा कि  अभी भी पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पोलियो वायरस सक्रिय है. यह पूरे विश्व में फैल सकता है. इसलिए इसे जड़ से मिटाने के लिए जागरूक होना बेहद आवश्यक है. रैली के माध्यम से संदेश दिया गया कि यदि जागरूक नहीं रहे तो फिर से पोलियो पैर पसार सकता है.इसमें रोटरी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. कार्यक्रम में विश्व से पोलियो को समाप्त करने का संकल्प लिया गया. पड़ोसी देश पाकिस्तान और अफगानिस्तान में जंगली पोलियो वायरस के इंपोर्टेशन या वैक्सीन से उत्पन्न पोलियो वायरस के उभरने का जोखिम वैश्विक उन्मूलन तक बना रहता है. इसके आलोक में बेतिया में पोलियो जागरूकता अभियान चलाया गया.ऐसा करने से देश में उच्च जनसंख्या प्रतिरक्षा और संवेदनशील निगरानी बनाए रखने की आवश्यकता रेखांकित करती है. डब्ल्यूएचओ के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के 10 अन्य देशों के साथ भारत को 27 मार्च 2014 को पोलियो मुक्त प्रमाणित किया गया था. देश में पोलियो का आखिरी मामला 13 जनवरी 2011 को पश्चिम बंगाल के हावड़ा में सामने आया था. अफगानिस्तान और पाकिस्तान स्थानिक जंगली पोलियो वायरस टाइप 1 (WPV1) संचरण (1) वाले दो शेष देश हैं.वाइल्ड पोलियो वायरस (WPV) पोलियो वायरस का सबसे सामान्य ज्ञात रूप है.हालांकि, पोलियो का एक और रूप है जो समुदायों के भीतर फैल सकता है: प्रसारित टीका-व्युत्पन्न पोलियो वायरस, या सीवीडीपीवी. जबकि सीवीडीपीवी दुर्लभ हैं, समुदायों के भीतर कम टीकाकरण दर के कारण हाल के वर्षों में उनमें वृद्धि हो रही है. डब्ल्यूएचओ के अनुसार, पड़ोसी अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान उन दो देशों में से एक है, जो अभी भी पोलियो वायरस से पीड़ित है. पाकिस्तान में टीकाकरण विरोधी मान्यताएँ इतनी व्यापक हैं कि एक पति ने अपने बच्चों को पोलियो का टीका लगाने के लिए अपनी पत्नी को तलाक दे दिया। 11 जुलाई को बच्चे को लकवा मार गया. मंगलवार, 1 अगस्त को इस्लामाबाद के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ में पाकिस्तान नेशनल पोलियो प्रयोगशाला द्वारा मामले की पुष्टि की गई.बन्नू में यह पोलियो का दूसरा मामला है. “बन्नू में एक और बच्चा जंगली पोलियो वायरस से अपंग हो गया है.

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