यह अभियान राज्य के 15 ज़िले के लगभग 75 आंगनबाड़ी केन्द्रों में चलाया गया एवं 2000 बच्चों को अंडा खिलाया गया. मामला स्पष्ट है - आंगनबाड़ी में बांटो अंडा, कुपोषण को मारो डंडा! घोषणा लागू करें, मुख्यमंत्री.बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए अंडा एक बेहतरीन खाद्य पदार्थ है. अंडे न केवल अत्यंत पौष्टिक है बल्कि स्वादिष्ट और किफायती भी है. इससे न केवल पोषण के लिए फायदा है, बल्कि आंगनबाड़ी व मध्याह्न भोजन में रोज़ अंडा देने से बच्चों की उपस्थिति भी सुधरेगी. ‘संडे हो या मंडे रोज खाएं अंडे’ ये लाइन्स हम बचपन से सुनते आ रहे हैं. लेकिन इस पर कितना और कैसे अमल करना है ये डॉक्टर से पूछ कर ही डिसाइड करें तो बेहतर होगा. लेकिन एक बात तो है सोशल मीडिया हो या किताबों की बातें, हर जगह अंडे के गुणगान गाए जाते हैं. तो इनकी सुन लेते हैं. एक दिन में कितने अंडे खाने चाहिए . सवाल के जवाब में एक्सपर्ट कहते हैं कि हैल्दी व्यक्ति रोजाना दो से तीन अंडे का सेवन कर सकता है. मोटे तौर पर पूरी तरह स्वस्थ व्यक्ति एक सप्ताह में सात से दस अंडे खा सकता है. एथलीट और जिम में रेगुलर वर्कआउट करने वाले लोगों को ज्यादा प्रोटीन की दरकार होती है. ऐसे लोग रोज चार से पांच अंडे खा सकते हैं. वैसे तो अंडे पौष्टिक प्रोटीन का बेहतर स्त्रोत हैं, लेकिन इनमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है. इसके बावजूद इनमें स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले कई गुण होते हैं. अंडा एक सुपर फूड होता है जिसमें विटामिन बी2, विटामिन बी 12, विटामिन डी, विटामिन ए, फैटी एसिड होता है. लेकिन जरूरी बात ये है कि अति किसी भी चीज की बुरी होती है और अंडा भी इसका अपवाद तो नहीं, इसलिए इसे बहुत ज्यादा खाने से तो बचना ही चाहिए.
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