श्री कमलनाथ ने कहा कि 18 साल बाद प्रदेश में हमारी सरकार बनी थी जो 15 महीने ही चल पाई लेकिन इन 15 महीनों में हमने प्रदेश के 27 लाख किसानों का कर्जा पहली किश्त में माफ किया, 1000 गौशालाओं का निर्माण कराया, माफिया राज को खत्म करने की शुरूआत की, बेटियों के विवाह की राशि को बढ़ाया था, गांव के लिए ग्राम बर्तन बैंक योजना लागू की, आदिवासियों के लिए कई योजनांए शुरू की। लेकिन भाजपा सरकार को प्रदेश की जनता की तरक्की रास नहीं आयी और धोखे से हमारी सरकार गिरा दी। श्री कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर हम महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रू. महीने देने वाले है, 500 रू. में गैस सिलेण्डर देने वाले हैं, 100 रू. में 100 यूनिट बिजली फ्री और 200 यूनिट पर हॉफ बिजली बिल लिया जायेगा, स्कूली बच्चों को 500 से 1500 से रूपये देने प्रतिमाह देंगे, किसानों को पांच हॉर्स पॉवर बिजली मुफ्त देंगे, पुरानी पेंशन बहाली सहित अनेकों योजनाएं जनकल्याण की लेकर आयेंगे जो प्रदेश के युवाओं, महिलाओं, किसानों सहित सभी वर्गों के जीवन में खुशहाली लायेगी, प्रदेश में प्रगति और समृद्धि आयेगी। श्री कमलनाथ ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आप सभी इस बार सच्चाई का साथ देंगे और 17 तारीख को जो बटन दबायेंगे वह प्रदेश की तरक्की, खुशहाली और प्रदेश के भविष्य के लिए बटन दबायेंगे।
भोपाल/ जुन्नारदेव/ पांढुर्णा, 06 नवम्बर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने आज जुन्नारदेव और पांढुणा में आयोजित कांग्रेस की जनसभा में कहा कि प्रदेश की स्थिति आज सभी के सामने है। प्रदेश की भ्रष्टाचार, अत्याचार और कमीशनखोरी की तस्वीर जनता के सामने है। 18 सालों में भाजपा ने प्रदेश को चौपट प्रदेश बना दिया है। महिलाओं पर अत्याचार, किसानों पर अत्याचार, दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार में मध्यप्रदेश देश में अव्वल नंबर पर है। जहां देखों वहां भ्रष्टाचार है। प्रदेश का हर नागरिक या तो भ्रष्टाचार का शिकार है या गवाह है। श्री कमलनाथ ने दोनों स्थानों पर जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 2018 में जनता ने कांग्रेस को अपना समर्थन देकर कांग्रेस की सरकार बनायी थी, प्रदेश की जनता अब भाजपा को भाजपा की सरकार से मुक्ति चाहती है। क्योंकि इस सरकार ने किसी भी वर्ग का हित नहीं किया, वह तो भ्रष्टाचार से केवल अपनी जेबें भरने में लगी रही। यह सरकार 50 प्रतिशत कमीशन की सरकार है। पैसा दो और कोई भी काम करा लो। इस सरकार में 50 एकड़ जमीन वाला भी पैसे से अपना नाम गरीबी रेखा में जुड़वा लेता है। श्री कमलनाथ ने कहा कि 18 साल तक भाजपा की सरकार को न तो बहनें याद आयी और न कर्मचारी याद आये, न आशा उषा कार्यकर्ता और न आंगनबाड़ी की बहनें याद आयी। चुनाव आ गये तो चार-पांच महीने पहले उन्हें इनकी याद आने लगी। बड़ी-बड़ी घोषणाएं करने लगे। लेकिन सच्चाई यह है कि जनता अब इनके झांसे में नहीं आने वाली है। शिवराज सिंह जहां भी जाते हैं अपनी जेब में नारियल लेकर चलते हैं। जहां नदीं नहीं वहां पुल की घोषणा करके चले आते हैं। प्रदेश की स्थिति यह है कि अस्पताल है तो डॉक्टर नहीं, खंबे तो हैं पर बिजली के तार नहीं, स्कूल तो है पर शिक्षक नहीं। ऐसी चौपट व्यवस्था शिवराज सरकार ने प्रदेश की कर रखी है।
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