- कांग्रेस प्रत्याशी ने किया ग्रामीण क्षेत्रों का सघन जनसंपर्क
श्री सक्सेना ने ग्रामीणों से कहा कि ग्रामीण भाजपा सरकार में किसान आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं, कर्ज में फंसे हुए हैं। बिजली कंपनी की मनमानी पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि मौन रहते हैं। किसान के खेत से बिजली कंपनी के कर्मचारी मोटर ले जाते हैं, कुर्की करते हैं। किसानों पर विद्युत चोरी के झूठे मुकदमें दर्ज किए जाते हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है कि क्योकि बिजनेसमेन लोग जनप्रतिनिधि बनकर बैठ गए हैं। किसानों की समस्याओं से उन्हें क्या लेना देना वह तो अपना व्यापार बढाने में लगे हुए हैं। जमीनों पर कब्जे करने में लगे हुए हैं। किसानों की समस्या सुनने की उन्हें फुर्सत नहीं। कहा कि सक्सेना परिवार ने हमेशा किसान हित में कार्य किए हैं, उनके अधिकारों की लडाई लडी है। कांग्रेस सरकार बनने पर किसी अफसर की हिम्मत नहीं होगी कि वह किसान के खेत में कदम रखे। सक्सेना परिवार यश सर की राजनीति नहीं करता। कहा कि सीएम घोषणावीर है वह झूठी घोषणाएं करते हैं खरीफ की फसलें बेमौसम बारिश में बर्बाद हो गई लेकिन किसानों को मुआवजा नहीं मिला। पार्वती बंधान परियोजना में सैकडों परिवारों की जमीनें सरकार ने अधिग्रहित की लेकिन आज भी कई गरीब परिवार मुआवजा पाने भटक रहे हैं। रेल लाइन परियोजना में भी यही हाल हैं। क्षेत्र के भाजपा के जनप्रतिनिधि ग्रामीणों की समस्याओं पर चुप रहते हैं। क्योकि इन लोगों के बिजनेस में तो दिन रात तरक्की हो रही है। किसान, मजदूर, गरीब से यह लोग मतलब नहीं रखते। वोट के समय यह क्षेत्र में दिखाई दे रहे हैं इसके बाद दिखाई नहीं देंगे। कहा कि प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है किसानों हितैषी वचनपत्र तैयार किया गया है। किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनना ही हमारा ध्येय है।
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