इस संबंध में जानकारी देते हुए विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में कुबेरेश्वरधाम पर प्रतिदिन आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन और पेयजल आदि की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा मंदिर परिसर में सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक रुद्राक्ष वितरण का क्रम जारी रहता है। जिसके अंतर्गत हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं को यहां पर बने कांउटरों से क्रमानुसार रुद्राक्ष का वितरण किया जा रहा है। इसके अलावा गुरुदेव के निर्देशानुसार तिरुपति और शिर्डी से भी बड़ी भोजनशाला का निर्माण कार्य पूर्ण होने जा रहा है। इसको लेकर भागवत भूषण गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा ने यहां पर जारी अत्याधुनिक और आटोमेटिक किचन का गत दिनों जायजा लिया। मंदिर परिसर करीब 40 एकड़ से अधिक हिस्से में गौशाला, शिवलिंग का निर्माण सहित अन्य का निर्माण कार्य जारी है। वहीं 21 हजार स्क्वायर फीट से अधिक हिस्से में आधुनिक रसोईघर का निर्माण किया जाएगा। देश की सबसे अत्याधुनिक और आटोमेटिक किचन में एक वक्त में 50 हजार से अधिक लोग भोजन प्रसादी प्राप्त कर पाएंगे और अगर एक दिन की क्षमता की बात करें तो 1 लाख श्रद्धालुओं को भी भोजन प्रसादी उपलब्ध करवा सकते हैं। उसके मुताबिक किचन से लेकर सभी सुविधाएं जुटाई गई है। देश ही नहीं मध्य प्रदेश में प्रसिद्ध कुबेरेश्वरधाम मंदिर को हाईटेक बनाने का काम लगातार चल रहा है। अब मंदिर में देश की सबसे आधुनिक भोजशाला तैयार की जा रही है। ये शिर्डी और तिरुपति से भी ज्यादा बड़ी होगी। बाबा के दरबार में दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को भोजनप्रसादी का लाभ मिल सकेगा। यहां अत्याधुनिक और ऑटोमेटिक किचन और डाइनिंग रूम बनाया जाएगा। जिसमें हजारों की संख्या में आने वाले भक्त एक साथ बैठकर खाना खा सकेंगे। कुबेरेश्वरधाम मंदिर में लाखों की तादाद में श्रद्धालु दर्शन के लिए धाम पर आते हैं। यहां पर रुद्राक्ष महोत्सव और भागवत भूषण पंडित श्री मिश्रा की प्रेरणाओं से प्रभावित होकर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है। धाम अब जल्द ही पूरी तरह हाईटेक हो जाएगा। अब इसमें विशाल रसोई क्षेत्र बनाया जा रहा है। ये शिर्डी और तिरुपति मंदिर से भी ज्यादा ऑटोमेटिक और विशाल होगा। इसके लिए मशीन बनाने के ऑर्डर दिए गए है और कई मशीन यहां पर लगाई गई है। कुबेरेश्वरधाम के पीछे नए अन्न क्षेत्र में मशीन स्टॉल कर दी जाएगी। इस क्षेत्र में एक साथ 50 हजार से अधिक श्रद्धालु बैठकर खाना खा सकेंगे। भागवत भूषण गुरुदेव पंडित श्री मिश्रा के मार्गदर्शन में नई भोजनशाला का निर्माण कार्य पूर्ण होने जा रहा है। कुबेरेश्वरधाम का आधुनिक किचन पूरी तरह भांप से भोजन तैयार होगा। ये ऑटोमोडेड रहेगा। बड़े-बड़े वैजल्स रहेंगे। दाल, चावल, सब्जियों के लिए टाइमर सेट रहेगा, ऑटोमेटिक चपाती मशीन होगी, कोल्ड स्टोरेज होगा, इसमें डिश वॉशर भी रहेंगे। इस भोजनशाला में एक लाख से अधिक लोग भोजन कर लें, इतना भोजन तैयार होगा। शिर्डी, तिरुपति बालाजी और वैष्णों देवी सहित अन्य तीर्थ स्थलों पर जो किचन चलते हैं, वैसा ही कुबेरेश्वरधाम में रसोईघर तैयार किया जाएगा। भरपेट भोजन की व्यवस्था के लिए अत्याधुनिक भोजनशाला का निर्माण किया जा रहा है।
सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में कार्तिक मास पर हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला चल रहा है। शनिवार को भी कसरावद से सैकड़ों की संख्या में आए श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा नदी का जल लेकर भगवान भोले नाथ का अभिषेक किया। इस मौके पर आए श्रद्धालुओं ने शहर के प्राचीन मंदिरों के साथ धाम पर पहुंचकर पूजा अर्चना की और भजन कीर्तन किया। कसरावद से आए श्रद्धालुओं का विठलेश सेवा समिति की ओर से पंडित विनय मिश्रा, समीर शुक्ला, राजेश भूरा यादव, सौभाग्य मिश्रा, रविन्द्र नायक, मनोज दीक्षित मामा, बंटी परिहार आदि ने स्वागत किया। इस मौके पर कसरावद से श्रद्धालुओं के जत्थे का नेतृत्व करने वाले शुभम कुशवाहा ने बताया कि वह सभी श्रद्धालु अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा की प्रेरणा से कुबेरेश्वरधाम पर दर्शन करने और रुद्राक्ष के लिए आए हुए थे, इस मौके पर उन्होंने क्षेत्र की पवित्र नदी नर्मदा के जल से यहां पर भगवान शिव का अभिषेक किया और दोपहर के समय महिलाओं के द्वारा भजन कीर्तन किया। सैकड़ों की संख्या में यहां पर आए श्रद्धालुओं ने क्रमानुसार यहां पर जारी रुद्राक्ष वितरण में रुद्राक्ष प्राप्त किया।
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