बिहार बिजनेस कनेक्ट 2023- ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (Global Investors Summit) का आयोजन करने के पीछे सबसे बड़ा मकसद राज्य में बाहरी निवेशकों को आकर्षित (Attract Investors) करना होता है. इसमें दुनिया भर के निवेशकों और कंपनियों को आमंत्रित किया जाता है। 13 दिसंबर को टेक्सटाइल, लेदर, फूड प्रोसेसिंग, जनरल मैन्युफैक्चरिंग, आईटी एवं ईएसडीएम जैसे उद्योग लगाने के लिए उद्योगपतियों के साथ कार्यशाला आयोजित की जाएगी। आज की बैठक में बिहार में विदेशी निवेशकों को प्रोत्साहन पर विशेष रूप से परिचर्चा की गई। जिला पदाधिकारी ने उपस्थित विभिन्न देशों के बौद्ध भिक्षुओं को राज्य की मजबूत आधारभूत संरचना, उत्तम कानून व्यवस्था और शांति एवं सौहार्दपूर्ण माहौल की जानकारी दी गई तथा अपने देश के निवेशकों को अधिक से अधिक निवेश करने का अनुरोध किया गया। बैठक में सभी देशों के मोनास्ट्री के केयर टेकर को बताया गया कि इस दो दिवसीय मेगा इवेंट में बिहार के बदलते औद्योगिक परिदृश्य को प्रस्तुत किया जाएगा। इसका मकसद निवेशकों को प्रोत्साहित और आकर्षित है। दो दिन के इस कार्यक्रम में बिजनेस नेटवर्किंग, ज्ञानवर्धक चर्चाएं, तालमेल और साझेदारी के अवसरों की खोज से संबंधित सत्र होंगे।
इतिहास, संस्कृति और कृषि के के लिए जाने जाना वाला बिहार अब औद्योगिक विकास के पथ पर अग्रसर है। पिछले कुछ वर्षों में बिहार की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। 2021-22 में बिहार की विकास दर (10.98%, देश में तीसरी सबसे अधिक थी। बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति 2016 ने राज्य में औद्योगिक भागीदारी के लिए एक अनुकूल माहौल तैयार किया है। अब यहां उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए यहां निवेशकों के अनुकूल औद्योगिक नीतियां बनायी गयीं हैं जिनमें प्रमुख हैं- बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति 2016, बिहार कपड़ा और चमड़ा नीति 2022, बिहार ब्योफ्यूएल्स उत्पादन प्रोत्साहन नीति 2023, बिहार लॉजिस्टिक नीति 2023 । इन नीतियों के तहत आकर्षक इंसेंटिव और सब्सिडी प्रदान की जाती हैं। उपयुक्त अवसर और अनुकूल वातावरण के कारण बिहार अब औद्योगिक उड़ान के लिए तैयार है। आज की बैठक में उप उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, पुलिस उपाधीक्षक बोधगया, पटना से आये उद्योग विभाग के नोडल पदाधिकारी विवेक आनंद, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बोधगया, सचिव बीटीएमसी, बीटीएमसी के सभी सम्मानित सदस्यों, आईबीसी के जनरल सेक्रेटरी सहित 63 मोनास्ट्री के हेड/इंचार्ज/केअर टेकर उपस्थित थे।
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