मधुबनी : राज्य सरकार के निर्देश पर ट्रामा सेंटर शुरू होने की कवायद हुई तेज - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 9 नवंबर 2023

मधुबनी : राज्य सरकार के निर्देश पर ट्रामा सेंटर शुरू होने की कवायद हुई तेज

  • क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक ने किया निरीक्षण
  • ट्रामा सेंटर समस्या के व समाधान पर हुई चर्चा
  • जल्द ही ट्रामा सेंटर पूरी तरह से हो जाएगा फंक्शनल

Trauma-center-madhubani
मधुबनी, जिले के झंझारपुर एवं फुलपरास अनुमंडल ही नहीं, एनएच-57 से गुजरने वाले लोगों के जीवन की सुरक्षा के लिए झंझारपुर ट्रॉमा सेंटर जीवनदायिनी साबित हो सकता है। इसी उद्देश्य को लेकर अनुमंडल मुख्यालय से गुजर रहे एनएच-57 के किनारे ट्रॉमा सेंटर की स्थापना की गई है। इस सेंटर का उद्देश्य है कि एनएच-57 से गुजरने वाले लोगों का दुर्घटना होने की स्थिति में तत्क्षण बेहतर इलाज की व्यवस्था कर उनके जीवन को बचाया जा सके। यहां तक कि इस सेंटर पर बुनियादी सुविधाओं का भी घोर अभाव है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस सेंटर पर 5 चिकित्सक एवं आठ जीएनएम को प्रतिनियुक्त कर ओपीडी इलाज की व्यवस्था कर दी गई है। ट्रामा सेंटर को क्रियाशील करने के लिए क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक नजमुल होदा ने निरीक्षण किया इस दरमियान उन्होंने ओपीडी वार्ड, आईसीयू, ऑक्सीजन प्लांट, दवा काउंटर समेत अस्पताल के विभिन्न समस्याओं के बारे में जानकारी लिया. ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी डॉक्टर अशोक आनंद ने बताया कि बिजली की गंभीर समस्या बनी हुई है आधे वार्ड में बिजली रहती है और आधे वार्ड में नहीं रहती है ऐसे में रात के समय अस्पताल के कर्मियों में महिला एएनएम को रहने में परेशानी होती है.


ट्रामा सेंटर के समस्या व समाधान पर हुई चर्चा:

क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया बिहार सरकार दृढ़ संकल्पित है कि जितने भी बिहार में ट्रामा सेंटर अस्पताल हैं उसको बेहतर ढंग से संचालित किया जाए अभी ट्रामा सेंटर अस्पताल में पांच स्पेशलिस्ट डॉक्टर और जो जीएनएम स्टाफ है यहां पर आने का उद्देश्य था कि क्या-क्या समस्याएं हैं और उसे समस्या का समाधान क्या है उस पर बारीकी से चर्चा किया गया और सूची तैयार की गई. दीपावली के बाद बैठक बुलाई गई है उस बैठक में ट्रामा सेंटर अस्पताल को बेहतर ढंग से चलने और जनमानस में कैसे प्रचार प्रसार हो इस पर विस्तार रूप से चर्चा होगी और जो भी समस्या है. निरीक्षण के दौरान ट्रॉमा सेंटर में पाई गई कमियों को पूरा कर यथाशीघ्र ट्रामा सेंटर को चालू करने का प्रयास किया जाएगा.कमियों को भी दूर किया जाएगा आने वाले दिनों में ट्रामा सेंटर अस्पताल पूरी तरह से फंक्शनल हो जाएगा मरीजों को बेहतर ढंग से इलाज किया जाएगा. क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया लोगों के मन में धारना हो गई है कि ट्रामा सेंटर अस्पताल में सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल मरीजों का ही इलाज होता है जिस कारण यहां ओपीडी सेवा चालू होने के बावजूद भी मरीज नहीं पहुंचते हैं जबकि यहां एमबीबीएस डॉक्टर रहते हैं उन्होंने बताया कोरोना कल के समय जिंदगी और मौत से जूझ रहे मरीजों को यहां भर्ती किया जाता था और उन्हें आईसीयू वार्ड में रखा जाता था.

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