- जिनके अक्ल के दाँत नहीं आये वे भी कर रहे नेहरू पर टिप्पणी : डा0 अखिलेश प्रसाद सिंह
डा0 सिंह ने कहा कि जबसे भाजपा केन्द्र की सत्ता संभाली है, तबसे एक नया फैशन शुरू हो गया है, जिनके अक्ल के दाँत भी अभी नहीं उगे हैं वे भी गांधी और नेहरू जैसे महान विचारक और राष्ट्रभक्त महानायको पर टीका-टिप्पणी करने लगे हैं। इसी तरह संघ परिवार और उसका समस्त कुनबा नेहरू और सरदार पटेल के बीच दरार दिखाकर पटेल को अपनाने की नापाक कोशिश में लगी हुई है। उनको यह मालूम नहीं कि यह सरदार पटेल ही थे जिन्होंने महात्मा गांधी की हत्या के बाद 1948 में आर.एस.एस. पर साम्प्रदायिक हिंसा में लिप्त होने के कारण पाबंदी लगा दी थी। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के सैंकड़ों नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे जिनमें प्रमुख हैं- पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार, डा0 मदन मोहन झा, झारखंड के पूर्व मंत्री के0एन0 त्रिपाठी, डा0 समीर कुमार सिंह, प्रेमचन्द्र मिश्रा, नरेन्द्र कुमार, बंटी चौधरी, डा0 अजय कुमार सिंह, लाल बाबू लाल, ब्रजेश पाण्डेय, डा0 हरखु झा, डा0 विनोद शर्मा, विनोद यादव, ब्रजेश प्रसाद मुनन, राजेश राठौड़, आलोक हर्ष, अजय चौधरी, डा0 संजय यादव, शशि कांत तिवारी, गुंजन पटेल, कमलदेव नारायण शुक्ला, अमरेन्द्र सिंह, राजकिशोर सिंह, शरबत जहां फातिमा, चन्द्र प्रकाश सिंह, शंकर स्वरूप, दुर्गा गुप्ता, सुधा मिश्रा, आशुतोष शर्मा, अखिलेश्वर सिंह, निधि पाण्डेय, उदय शंकर पटेल, आदित्य कुमार पासवान, शारिफ रंगरेज, आर0एन0 चौधरी, नन्द किशोकर सिंह, गुरूदयाल सिंह, अश्विनी कुमार, राम सागर पाण्डेय, नीतू सिंह निषाद, मिहिर झा, प्रियंका सिंह, राधा झा, सतीश कुमार मंटन, मो0 शाहनवाज, सुनील कुमार सिंह, सत्येन्द्र पासवान, पंकज यादव, वसी अख्तर, संतोष श्रीवास्तव, संजय कुमार पाण्डेय, मो0 शमीम।
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