मधुबनी : मैथिली फीचर फिल्म 'विद्यापति' का ट्रेलर और पोस्टर रिलीज - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 13 नवंबर 2023

मधुबनी : मैथिली फीचर फिल्म 'विद्यापति' का ट्रेलर और पोस्टर रिलीज

Maithili-film-vidyapati
मधुबनी : मधुबनी के जानकी पुस्तक केंद्र पर शुक्रवार को धनतेरस के अवसर पर मैथिली फीचर फिल्म 'विद्यापति' का पोस्टर और ट्रेलर रिलीज किया गया। आकर्षक ट्रेलर जानकी फिल्मस के आफिशियल यू ट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को दिल्ली, पटना आदि जगह से आए वक्ताओं ने संबोधित किया। वक्ताओं ने कवि कोकिल 'विद्यापति' के जीवन पर आधारित इस फिल्म के लिए निर्माता-निर्देशक और फिल्म की पूरी टीम की जमकर सराहना की। मालूम हो कि जानकी फिल्मस का ही एक उपक्रम जानकी मैथिली पुस्तक केंद्र है जिसकी स्थापना सात वर्ष पूर्व धनतेरस के दिन हुई थी। जानकी मैथिली पुस्तक केंद्र पिछले सात वर्षों से मैथिली साहित्य और संस्कृति के उन्नयन का काम कर रहा है। ट्रेलर और पोस्टर रिलीज करने के अवसर पर फिल्म के निर्माता सुनील कुमार झा ने कहा कि फीचर फिल्म 'विद्यापति' को मैथिली के साथ - साथ हिंदी में भी रिलीज किया जाएगा। साथ ही इस फिल्म को हिंदी के साथ अन्य भारतीय भाषाओं में भी रिलीज करने की योजना है। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि महाकवि विद्यापति ने भारत के व्यापक जनसमुदाय को प्रभावित किया है। यही कारण है कि हम इस फिल्म को विभिन्न भारतीय भाषाओं में रिलीज करने जा रहे हैं ताकि संपूर्ण देश के लोग कवि कोकिल विद्यापति के जीवन के विविध पहलुओं से अवगत हो सकें। उन्होंने बताया कि इस फिल्म का निर्माण इस तरह किया गया है कि साहित्य और इतिहास के गंभीर अध्येताओं को तो यह बेहतर अनुभव देगा ही, साथ ही सिर्फ मनोरंजन के उद्देश्य से सिनेमा देखने वाले लोगों को भी प्रभावित करेगा। 


दर्शकों को पसंद आएगा हमारा यह प्रयास

फिल्म के निर्देशक श्याम भास्कर ने बताया कि मैथिली में विद्यापति के जीवन पर और भी फिल्मों का निर्माण हुआ है लेकिन उन फिल्मों में विद्यापति के जीवन को समग्रता में जानने - समझने की कोशिश न के बराबर की गयी है। ये फिल्में न तो गंभीर अध्येताओं को प्रभावित करती हैं और न ही मनोरंजन के दृष्टिकोण से ये महत्वपूर्ण हैं। हमने फीचर फिल्म 'विद्यापति' में महाकवि के जीवन को समग्रता में जानने - समझने की कोशिश की है। इसमें उनके जीवन के कई अनछुए पहलुओं को उजागर करने की कोशिश की गयी है जो मनोरंजक होने के साथ - साथ शिक्षाप्रद भी है। आशा है कि हमारा यह प्रयास दर्शकों को पसंद आयेगा। मालूम हो कि श्याम भास्कर मैथिली के चर्चित निर्देशक हैं और इनके निर्देशन में कई अलबम और टेली फिल्में रिलीज हो चुकी हैं। इनके निर्देशन में 'विद्यापति' नामक रेडियो धारावाहिक का प्रसारण आकाशवाणी, दरभंगा से हो चुका है। श्रोता इस धारावाहिक की जमकर सराहना कर चुके हैं। बताया जाति है कि डिजिटल मीडिया के इस दौर में जब रेडियो हाशिए पर चला गया है, इस धारावाहिक के कारण अचानक रेडियो की बिक्री बढ़ गयी थी। 


कत्थक और ओडिसी नृत्य का प्रदर्शन होगा मनमोहक

फिल्म में कत्थक और ओडिसी नृत्य का प्रदर्शन भी मनमोहक होगा। कत्थक और ओडिसी नृत्यों को प्रस्तुत करने के लिए बंगाल और ओडिसा के नामचीन कलाकारों को बुलाया गया था। नृत्यांगना शोभना पंडा ने बताया कि विद्यापति ने संपूर्ण भारत को तो प्रभावित किया ही लेकिन उन्होंने उड़िया और बांग्ला को सर्वाधिक प्रभावित किया। विद्यापति एक ऐसी कड़ी हैं जो मिथिला के साथ - साथ बंगाल और ओडिसा को एकसूत्र में पिरोते हैं। उन्हें विश्वास है कि इस फिल्म को बांग्ला और ओड़िया के लोगों का भी भरपूर प्यार मिलेगा। कोरियोग्राफर जेपी पाठक का कहना है कि कत्थक और ओडिसी नृत्यों की प्रस्तुति ने इस फिल्म की सुंदरता में चार चांद लगाने का काम किया है। फिल्म में बहुत ही गंभीर विषय को बहुत ही मनोरंजक ढंग से पेश किया गया है। मुझे विश्वास है कि इस फिल्म को दर्शकों की खूब सराहना मिलेगी और यह फिल्म राष्ट्रीय स्तर के कई अवार्ड अपने नाम करने में कामयाब होगी। 


चुनौतीपूर्ण था महाकवि का किरदार निभाना

फिल्म में महाकवि का किरदार निभानेवाले तुषार का कहना है कि यह किरदार उनके लिए चुनौतीपूर्ण था। लेकिन इस चुनौती को उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया। अब इसमें कितनी सफलता मिली यह तो दर्शक ही बताएंंगे। लेकिन यह तय है कि यह फिल्म दर्शकों को खूब पसंद आएगी। विद्यापति को जानने - समझनेवाले हर व्यक्ति को यह फिल्म जरूर एक बार देखनी चाहिए। निश्चित रूप से उन्हें इसमें कुछ न कुछ नया हासिल होगा। तुषार और साक्षी मिश्र इससे पहले मैथिली फीचर फिल्म 'बबितिया' में नजर आ चुके हैं। इस फिल्म में इन दोनों के अभिनय की खूब सराहना की गयी थी। इस फिल्म में इनके अलावा मैथिली के प्रसिद्ध कलाकार शुभनारायण झा, विजय मिश्र, प्रवीण झा आदि भी नजर आएंंगे।

कोई टिप्पणी नहीं: