- अंतर्राष्ट्रीय शूटर सुश्री अनु तोमर की शूटिंग अकादमी 'निर्मल श्री राम' का आरम्भ
इस मौके पर क्रीड़ा भारती के प्रान्त महामंत्री ललित मोहन यादव ने कहा कि समाज में बेटियों को कमजोर माना जाता है। इस धारणा को खत्म करना होगाी। माता-पिता को चाहिए कि वह बेटियों को मानसिक, शारीरिक नैतिक रूप से इतना सक्षम बनाएं कि वे अपने आप को किसी से कम न आंके। जब तक शत प्रतिशत बेटियों को शिक्षित और शारीरिक रूप से मजबूत होने का अवसर नहीं मिलेगा, तब तक बेटियां आत्मनिर्भर नहीं बन सकेंगी। बेटी को गौरव देने के लिए उन्हें मानसिक व शारीरिक रूप से भी मजबूत करना होगा। इस मौके पर अपने संबोधन में प्रांत सेवा भारती सामाजिक आयाम (किशोरी विकास) प्रमुख श्रीमती अंजू पांडे ने अपने जीवन के अनुभव बांटते हुए कहा कि बेटियों के प्रति सकारात्मक माहौल से ही लोगों की सोच बदलेगी। अगर किसी व्यक्ति की एक या दो बेटी ही हैं तो ऐसे व्यक्ति को समाज में रोल मॉडल मानना चाहिए। बेटी बचाने के लिए ऊंचे स्तर पर और प्रयास की जरूरत है। कन्या भ्रूण हत्या जैसे घृणित पाप को कराने में एक सास एक दादी का सबसे ज्यादा रोल होता है। जननी तो बेचारी परिवार के लोगों के डर से यह पाप कराने के लिए बलि बन जाती है। बेटियों को शिक्षा आर्थिक रूप से मजबूत कर सम्मान गौरव मिलना चाहिए।मैं तो कहूंगी कि सरकार समाज को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के साथ बेटी बनाओ अभियान चलाना होगा। सरकार को भी बेटी पैदा करने वाले माता पिता को विशेष सम्मान देना होगा। इस मौके पर डॉ. जेपी शर्मा,संजय कुमार सहमंत्री,प्रवेश कुमार,डॉ कविता,सुश्री निशा,डॉ,सीमा,सुश्री ज्योति व निर्देश शर्मा प्रांत प्रचारक,वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमार निर्भय समेत क्रीड़ा भारती और विभिन्न स्कूलों से आये बच्चों ने शूटिंग के बारे में जानकारी ली।
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