- आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं के चयन में ग्राम सभा स्तर पर लंबित सभी चयन प्रक्रियाओं को एक माह के अंतर्गत पूर्ण करने का दिया निर्देश
- शतप्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्रों पर नल जल एवं शौचालय की सुविधा उपलब्धता, पोषाहार का वितरण पूरी ससमय पूरी पारदर्शिता, बच्चों का प्रत्येक माह ऊंचाई और वजन लेकर पंजी में संधारित करने का दिया निर्देश
मधुबनी, जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिले में बाल विकास परियोजना द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक आयोजित हुई। समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी ने आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं के चयन में ग्राम सभा स्तर पर लंबित सभी चयन प्रक्रियाओं को एक माह के अंतर्गत पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। यह भी निर्देश दिया कि जिला अंतर्गत सभी आंगनबाड़ी केदो पर जहां भी शौचालय एवं पेयजल की सुविधा उपलब्ध नहीं है उनके लिए जन प्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित करते हुए सभी केंद्रों पर नल जल एवं शौचालय की सुविधा उपलब्ध करवाना सुनिश्चित की जाए। सभी महिला पर्यवेक्षिका एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को इसका नियमित अनुसरण करने का निर्देश दिया गया। आंगनबाड़ी केंद्र भवन निर्माण हेतु जिन केदो के स्थल का एनओसी प्राप्त है उनके लिए अग्रेतर कार्रवाई करने हेतु निर्देश दिया गया। PMMVY एवं MKUY योजनाओं में अगले एक माह में जिले की उपलब्धि को राज्य स्तर के औसत के ऊपर लाने का सख्त निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि वे स्वयं अपने क्षेत्र भ्रमण के दौरान आंगनवाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करेंगे और लापरवाही करने वाले पर कार्रवाई होगी। ऐसे में सभी आंगनवाड़ी केंद्रों का समय से खुलना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर टैग किए गए बच्चों का प्रत्येक माह ऊंचाई और वजन लेकर पंजी में संधारित किया जाए। इसके लिए संबंधित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी अपने अधीनस्थ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से इसका अनुपालन सुनिश्चित करवाएं।जिलाधिकारी ने पोषण ट्रेकर पर सभी संबंधित आंकड़ों को समय से अपलोड करने पर बल देते हुए कहा कि सभी महिला पर्यवेक्षक भ्रमणशील रह कर आंगनवाड़ी केंद्रों की गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए रखें। उन्होंने लापरवाही बरतने पर महिला पर्यवेक्षकों पर जबाबदेही तय कर करवाई की बात भी कही। उक्त बैठक में डीपीओ आईसीडीएस कविता कुमारी सहित जिले के सभी प्रखंडों की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मौजूद थी।
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