इस संग्राम में स्वर्गीय इन्दिरा गाँधी के योगदान को याद करते हुए डा0 सिंह ने कहा कि यह ऐसी लड़ाई थी जिसमें इन्दिरा जी ने इतिहास के साथ-साथ पाकिस्तान का भूगोल भी बदल कर रख दिया। विश्व इतिहास में ऐसा कोई मिशाल नहीं जिसमें दुश्मन के करीब एक लाख सशस्त्र सेना के जवान ने आत्म-समर्पण किया हो और बदले में भारत जैसा देश एकतरफा युद्ध विराम की घोषणा की हो। यह इन्दिरा जी के फौलादी इरादों जीत थी जिसने पाकिस्तान को ऐसा घाव दिया जो आज तक रिस रहा है। इस अवसर पर कांग्रेस सैंकड़ों नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे जिनमें शामिल हैं-अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सचिव एवं बिहार प्रभारी अजय कपूर, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा0 मदन मोहन झा, पूर्व मंत्री कृपानाथ पाठक, डा0 अशोक कुमार, अवधेश कुमार सिंह, विधान पार्षद डा0 समीर कुमार सिंह, ब्रजेश प्रसाद मुनन, ब्रजेश पाण्डेय, लाल बाबू लाल, कपिलदेव प्रसाद यादव, राजेश राठौड़, आनन्द माधव, अम्बुज किशोर झा,सरवतजहां फातिमा, डा0 विनोद शर्मा, गरीब दास,राजकुमार राजन,चन्द्र प्रकाश सिंह, अमरेन्द्र सिंह, सुधा मिश्रा, शशि रंजन, डा0 आशुतोष शर्मा, नलिनी रंजन झा, पुरूषोत्तम मिश्रा,, अश्विनी कुमार, नवनीत जयपुरियार, दुर्गा प्रसाद, अखिलेश्वर सिंह, मृणाल अनामय, वैद्यनाथ शर्मा, सुनील कुमार सिंह, सुदय शर्मा, रमाशंकर पाण्डेय, विमलेश तिवारी, वसीम अहमद, निधि पाण्डेय, मनीष सिन्हा, अरूणा सिंह, निशांत करपटने।
पटना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी छद्म योद्धा हैं। बड़ी-बड़ी डिंगे हाँकना और फिर उसका प्रचार करना उनकी आदत में सुमार है। उन्होंने रात के अंधेरे में पाकिस्तान के बालाकोट में किए गए तथाकथित सर्जिकल स्ट्राइक के द्वारा स्वर्गीय इंदिरा गांधी की वीरता का घटिया नकल करने की कोशिश की। इन्दिरा जी असल योद्धा थे जिन्होंने 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में ऐतिहासिक युद्ध के द्वारा पाकिस्तान को बाँट कर भारत के बटवारे का बदला लिया। ये बातें बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डा0 अखिलेश प्रसाद सिंह ने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के 52 वें वर्षगाँठ पर सदाकत आश्रम में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कही। इस अवसर पर 1971 के युद्ध में श्रीमती गाँधी के ऐतिहासिक योगदान पर आधारित डोक्युमेन्ट्री का प्रसारण किया गया। डोक्युमेन्ट्री में बंग्लादेश मुक्ति संग्राम और इन्दिरा गाँधी के युद्ध कौशल के विभिन्न आयामों को रेखांकित किया गया है।
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