पटना : एक महान हस्ति के रूप में ‘येसु समाज‘ में थे फादर जौर्ज हिलारियन ठाकुर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 19 दिसंबर 2023

पटना : एक महान हस्ति के रूप में ‘येसु समाज‘ में थे फादर जौर्ज हिलारियन ठाकुर

  • एक्सटीटीआई के गिरजाघर में फादर जौर्ज हिलारियन ठाकुर का शव को रखकर अंतिम बार मिस्सा किया

Father-goerge-thakur
पटना. बेतिया में फादर जौर्ज हिलारियन ठाकुर का जन्म 23 जुलाई,1955 को हुआ.मुजफ्फरपुर में 16 दिसंबर,2023 को निधन और पटना में 18 दिसंबर,2023 को अंतिम संस्कार किया गया.यह एक लैटिन कैथोलिक पुरोहित का जीवन है.फादर ‘येसु समाज‘ से संबंध रखते थे. आज सोमवार को दीघा में स्थित एक्सटीटीआई के गिरजाघर में फादर जौर्ज हिलारियन ठाकुर का शव को रखकर अंतिम बार मिस्सा किया जा रहा है.पटना महाधर्मप्रांत के वर्तमान आर्चबिशप सेबेस्टियन कल्लूपुरा,सेवानिवृत आर्चबिशप विलियम डिसूजा,डोनाल्ड जे मिरांडा,फादर एलेक्स जेवियर,फादर विक्टर ओस्ता के साथ दर्जनों पुरोहितों ने मिलकर मिस्सा अर्पित किया. इस अवसर पर फादर विक्टर ओस्ता ने दिवंगत जौर्ज हिलारियन ठाकुर के व्यक्तित्व और कृतित्व पर जोरदार ढंग से प्रकाश डाला.


एक महान हस्ति के रूप में ‘येसु समाज‘ में थे फादर जौर्ज हिलारियन ठाकुर

68 साल 4 माह 23 दिन धरती पर रहने के बाद प्रभु के प्यारे हो गए. मुजफ्फरपुर धर्मप्रांत में है आशा दीप.यहां पर फादर जौर्ज हिलारियन ठाकुर रहते थे.आज उनको जोरदार हार्ट अटैक आया.जिसके कारण उनका निधन हो गया. वे 68 साल 4 माह 23 दिन के थे.फादर जौर्ज हिलेरियन ठाकुर,येसु समाजी का निधन सुबह 5.00 बजे हो गया.उनका शरीर को जेवियर भवन दीघा पटना लाया जा रहा है.फादर  का दफन का मिस्सा 18 दिसंबर सोमवार को एक्स. टी.टी.आई. गिरिजा में सुबह 9. 30 बजे होगा.उनका जन्म 23 जुलाई,1955 में बेतिया में हुआ था.जब 19 साल 5 माह 9 दिन के थे,तब 2 जनवरी,1975 में  ‘येसु समाज‘   में प्रवेश किये.जब 39 साल 8 माह 29 दिन के थे, तब 28 मई,1988 को पुरोहित बने.अंतिम मन्नत 22 अप्रैल,1995 में लिए.बेतिया मूल निवासी फादर जौर्ज हिलारियन  ठाकुर के पिता का नाम हिलारियन फ्रांसिस और माता मोनिका हिलारियन है.माता-पिता प्रभु के प्यारे हो गए है. उनकी एक बहन सिस्टर केविन है.वह होली क्रॉस की सिस्टर है.वह बोकारो में सेवारत है.एक बहन लीली हिलारियन है.अनूप एण्ड्रु के मामा है फादर जौर्ज हिलारियन ठाकुर.जो फातिमा सुसमाचार केंद्र के पीछे रहते हैं.


कई जगहों पर शानदार कार्य किये थे मरहूम फादर जौर्ज    

सुपौल जिले में लतौना मिशन है.यहां पर मिशनरी स्कूल संचालित है.इस स्कूल के प्राचार्य फादर जौर्ज थे.फादर जौर्ज के अंतिम संस्कार में भाग लेने लतौना पल्ली के पल्ली पुरोहित फादर डेविड एलियास और पल्ली के लोग आये थे.संत माइकल हाई स्कूल में भी सेवा कार्य किए थे.वहां के सुपेरियर फादर नौबर्ट मेनेजिस,प्राचार्य फादर ख्रिस्तु सावरिराज के साथ अन्य लोग आये.लतौना पल्ली के रहने वाले और अभी दिल्ली में जौर्ज डेविड रहते हैं.कहते है कि अपार दुःख के साथ सूचित करना है कि फादर जौर्ज हिलारियन ठाकुर हमारे बीच में नहीं रहे.बहुत दुख हो रहा है.ईसाई नेता राजन क्लेमेंट साह कहते है कि फादर जौर्ज ही विवाह का रस्म अदायगी किये थे.उनके साथ फादर लौरेंस पास्काल भी थे.


दरवाज़ा तोड़ा और देखा कि वह बिस्तर पर पड़ा

मुजफ्फरपुर के  फादर डोमिनिक फ्रांसिस जेवियर एसजे कहते हैं कि फादर जौर्ज हिलारियन ठाकुर, उम्र 68 वर्ष, 16 दिसंबर सुबह 5ः00 बजे आशादीप, मुजफ्फरपुर में अपने शाश्वत इनाम के लिए चले गए. उनका पार्थिव शरीर पटना के जेवियर भवन में लाया गया. उन्होंने कहा कि पिछली रात (15 दिसंबर) फादर जौर्ज ने खाना खाया और बिस्तर पर चले गए. आज सुबह सामूहिक प्रार्थना के बाद मैं उसे नाश्ते के लिए बुलाने गया लेकिन कोई हलचल नहीं हुई और दरवाजा अंदर से बंद था.मैंने दरवाज़ा तोड़ा और देखा कि वह बिस्तर पर पड़ा हुआ है.उसके हाथ और पैर बहुत अकड़ गए थे और कोई हरकत नहीं हो रही थी. मैंने पवित्र क्रॉस बहनों को बुलाया. उन्होंने जांच की तो उसे मृत पाया. हमने डॉक्टर को बुलाया और उन्होंने उसे कार्डियक अरेस्ट के कारण मृत घोषित कर दिया.उसकी आत्मा को शांति मिलें.


 अन्य लोग आकर श्रद्धांजलि दी

आज एक्सटीटीआई में निर्मित ‘येसु समाज‘ के विशेष कब्रिस्तान में दफन कर दिया गया.बेतिया के उनके रिश्तेदार आए थे.बोकारो से फादर के बहन सिस्टर केविन भी आई थी.माहौल काफी गंभीर बन गया था.बेतिया,मुजफ्फरपुर,पटना,बक्सर आदि धर्मप्रांतों के पुरोहित,सिस्टर और अन्य लोग आकर श्रद्धांजलि दी.

कोई टिप्पणी नहीं: