- खेल एवं खेल विज्ञान एक ही सिक्के के दो पहलू।
- आगामी ओलंपिक को लेकर खेल वैज्ञानिकों ने खिलाड़ियों के फिटनेस एवं डाइट पर किया मंथन।
स्पोर्ट्स इंडिया 2023 के साथ आयोजित इस राष्ट्रीय स्तर की कॉन्फ्रेंस में ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन कैसे बेहतर हो और दृष्टिकोण से खेल वैज्ञानिकों ने मंथन किया। अमृत काल में खेलों के क्षेत्र में केंद्र सरकार की योजनाएं और उसके प्रभाव पर भी विशेषज्ञ द्वारा चर्चा की गई । इस अवसर पर राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल, युवा एवं खेल मामले मंत्रालय में संयुक्त सचिव कुणाल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहें, साथ ही विशेष अतिथि के रूप में एसजीएसयू गुजरात के वाइस चांसलर डॉक्टर अर्जुन सिंह राणा द्रोणाचार्य अवार्डी डॉ. अजय बंसल, मानव रचना अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के प्रो वीसी डॉ. जी एल खन्ना, वाइस प्रेसिडेंट एमवे इंडिया के रजत बनर्जी, पेफी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. ए के उप्पल उपस्थित रहें, विशिष्ठ अतिथि डॉ. अनिल अग्रवाल जी ने युवाओं के लिए खेल के महत्व पर चर्चा की, उन्होंने कहा की हमारा देश विश्व का सबसे युवा देश है, इस तरह की कॉन्फ्रेंस से युवाओं को खेल में करियर बनाने की भी प्रेरणा मिलती है। खिलाड़ियों के लिए खेल विज्ञान एक महत्वपूर्ण विषय है। खेल मंत्रालय में संयुक्त सचिव कुणाल जी ने खेल विज्ञान पर आयोजित इस कांफ्रेंस को खेल और खिलाड़ियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण बताया उन्होंने कहा की खेल विज्ञान विषय खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस बढ़ाने के लिए बहुत जरूरी है उन्होंने कहा कि विगत कुछ वर्षो में देश में खेल विज्ञान के क्षेत्र में खेल मंत्रालय के द्वारा कई नए कदम उठाये है और इस विषय पर मुख्य रूप से ध्यान दिया जा रहा है इसके अंतर्गत देश भर में स्पोर्ट्स साइंस के नए-नए कोर्स से चालू किए गए हैं और उनसे प्रशिक्षित विद्यार्थी साईं और फेडरेशन से जुड़कर खिलाड़ियों के विकास में योगदान दे रहे हैं. इस कॉन्फ्रेंस में पूरे देश भर के खेल विज्ञानियों, खिलाड़ियों, खेल प्रशिक्षकों और शारीरिक शिक्षकों का आना हुआ।
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