पटना : क्रिसमस 2023 और नव वर्ष 2024 की बधाईयाँ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 24 दिसंबर 2023

पटना : क्रिसमस 2023 और नव वर्ष 2024 की बधाईयाँ

Marry-christmus
पटना. कुर्जी पल्ली पुरोहित हैं फादर सेल्विन जेवियर, ये०स० अन्य पुरोहितगण है फादर दिनेश, येसु समाजी,फादर अमूल, येसु समाजी  फादर पवन, येसु समाजी और फादर रौशन.पटना धर्मप्रांतीय पुरोहित फादर रौशन है.


येसु ख्रीस्त के जन्मोत्सव पर सन्देश

"और उसने अपने एकलौते पुत्र को जन्म दिया और उसे कपड़ों में लपेट कर चरनी में लिटा दिया, क्योंकि उनके लिए सराय में जगह नहीं थी, (संत लूकस 2:7)।ईश्वर ने संसार को इतना प्यार किया कि मानव द्वारा उसके प्रेम और सौहार्दपूर्ण. विधान को भंग करने के बावजूद उसने मानव के रूप में इस धरती पर जन्म लेकर मनुष्यों को सन्मार्ग दिखाने और सारी सृष्टि के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए उतर आया। ईश्वर जब इस धरती पर उतर आया, तो उसने एक साधारण बालक के रूप में जन्म लिया; इसलिए खीस्त जयन्ती या क्रिसमस हरेक मानव का त्योहार है, जो इस धरती पर बालक के रूप में जन्म लेता है। जिस परिवार में ईश्वर मानव के रूप में जन्म लिया था, वह परिवार इतना गरीब था कि सराय में भाड़े पर एक कमरा लेने के लिए भी उसके पास साधन नहीं थे, इसलिए येसु का जन्म एक गोशाले में हुआ। उनकी माँ उन्हें कपड़ों में लपेट कर एक पालना में नहीं, बल्कि चरनी में लिटा दी थी, इसलिए क्रिसमस सभी साधनहीन परिवारों का पर्व है। येसु के जन्म का सन्देश सबसे पहले खेत में खुले आसमान के नीचे अपने झुण्ड की रखवाली कर रहे गड़ेरियों को दी गई: इसलिए क्रिसमस रोजी-रोटी के लिए कठिन परिश्रम करने वाले सभी लोगों का त्योहार है।


तीन ज्योतिषियों ने पूर्व में एक तारे को देखा, जो एक संकेत था कि येसु का जन्म हुआ है, इसलिए वे पूरी लगन के साथ विभिन्न कठिनाइयों का सामना करते हुए, येसु को ढूँढ़े और पाए, इसलिए क्रिसमस सच्चे दिल से एवं पूरे लगन के साथ ईश्वर को खोजने वालों का पर्व है। जन्म लेते ही बालक येसु के जीवन पर खतरा मंडरा रहा था, इसलिए उनके माता-पिता उन्हें लेकर पड़ोसी देश- मिस्र में चले गए; अतः क्रिसमस सभी प्रवासियों एवं अपने जीवन तथा प्रतिष्ठा के लिए संघर्षरत् लोगों का त्योहार है। पूराने व्यवस्थान में नबी इसायस ने एक मुक्तिदाता के जन्म के विषय में भविष्यवाणी की थी, जो प्रभु येसु में पूरा हुआ। नबी इसायस का कथन था- "अंधकार में भटकने वाले लोगों ने एक महत्ती ज्योति देखी है, अंधकारमय प्रदेश में रहने वालों पर ज्योति का उदय हुआ है। तूने उन लोगों को आनन्द और उल्लास प्रदान किया है, (इसायस 9:1-2)। इसलिए क्रिसमस विभिन्न प्रकार के अंधकार एवं निराशाजनक परिस्थिति में जीने वाले सभी मानव के लिए शुभ सन्देश है, क्योंकि इस बालक के जन्म के द्वारा मानव को पुनः सन्मार्ग पर चलने का अवसर प्राप्त हुआ। बालक येसु की शान्ति और आनन्द खीस्त जयन्ती की इस पावन बेला में आपके तथा आपके परिवार के सभी सदस्यों के साथ हो। आप सबों को खीस्त जयन्ती एवं नूतन वर्ष-2024 की हार्दिक शुभकामनाएँ। यह सन्देश स्व॰ फादर ससाई राज, येसु समाजी को समर्पित है

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