- एप्प के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, धातृ माताओं, नवजात शिशुओं और बच्चों के स्वास्थ्य की होती है निगरानी
- राज्यस्तरीय समीक्षा में प्रविष्टि में जिले का आंकड़ा राज्य के औसत से कम
- प्रविष्टि में तेजी लाने को लेकर कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को दिया निर्देश
मधुबनी, जिले में अनमोल एप्प और आरसीएच वेब पोर्टल के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, धातृ माताओं, नवजात शिशुओं और बच्चों के स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग की जाती है। सरकार के सुरक्षित संस्थागत प्रसव और सुरक्षित मातृत्व कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं, धातृ माताओं के साथ ही नवजात शिशु और छोटे बच्चों के स्वास्थ्य की नियमित मॉनिटरिंग के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार आरसीएच पोर्टल एवं अनमोल एप लागू किया गया है, ताकि लाभार्थी को ससमय स्वास्थ्य एवं सेवा उपलब्ध कराई जा सके तथा मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु को कम किया जा सके। एएनएम द्वारा गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों दी जा रही सेवा से संबंधित आंकड़ों का संधारण केवल आरसीएच रजिस्टर में किया जाना है। राज्यस्तरीय समीक्षा के क्रम में पाया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में (26 नवंबर तक) गर्भवती महिलाओं का आरसीएच पोर्टल पर पंजीयन में राज्य का प्रतिशत 46.85% एवं बच्चों का पंजीयन का प्रतिशत 45.03% है। वहीं अनमोल एप में किए गए प्रविष्टि का प्रतिशत 53.9% है। जबकि मधुबनी जिले का सभी तरह की प्रविष्टि का प्रतिशत औसत से भी कम है। जिसमें तेजी लाने को लेकर कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को दिशा-निर्देश जारी किया है। जारी पत्र के अनुसार आरसीएच पोर्टल पर कुल 19,329 एएनएम पंजीकृत हैं। प्रत्येक दिन 19421 गर्भवती महिला एवं 17334 बच्चों (0 से एक 1वर्ष) का पंजीयन अनमोल एप के माध्यम से करती हैं अर्थात प्रत्येक दिन पंजीकृत एएनएम दो गर्भवती महिलाओं/बच्चों का पंजीयन अनमोल एप के माध्यम से करती हैं, तो शत-प्रतिशत प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
मातृ शिशु की होगी बेहतर देखभाल :
क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक नजमुल होदा ने बताया अनमोल एप्प पर गर्भवती महिलाओं के पंजीयन, एएनसी जांच का विवरण, प्रसव के परिणाम, सीएचसी प्रसवोत्तर देखरेख, शिशु की देखभाल, मातृ मृत्यु सूची, शिशु जन्म के सीधा पंजीकरण के साथ ही शिशु स्वास्थ्य की भी ट्रैकिंग होती है।
नियमित टीकाकरण की होती है ट्रैकिंग :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस.के. विश्वकर्मा ने बताया ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली गर्भवती महिलाओं के साथ ही उनके शिशुओं की पूरी देखभाल संभव हो सके और नियमित टीकाकरण में भी किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, इसके लिए ही अनमोल एप्प बनाया गया है। इसमें पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन रहता है, जिससे कार्यों में सही गति आएगी।
आरसीएच पोर्टल एवं अनमोल एप पर पंजीकरण :
क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया आरसीएच पोर्टल एवं अनमोल एप्प पर योग्य दंपत्ति, गर्भवती माता एवं नवजात शिशु के पंजीकरण हेतु आवश्यक निर्देश दिया गया है। इसमें प्रखंड स्तर से स्वास्थ्य उपकेंद्र की जितने भी गर्भवती माता, नवजात शिशु आते या चिह्नित होते उनको यथाशीघ्र आरसीएच पोर्टल पर इंट्री करने हेतु निर्देश दिया गया है।
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