INDIA गुट में नीतीश कुमार को कोई नहीं पूछ रहा, बड़बोले तेजस्वी यादव कहते हैं कि देश का प्रधानमंत्री कौन होगा ये हम करेंगे तय, कोई पूछने वाला नहीं है कि तुम्हारे कितने सांसद हैं?पटना, INDIA गुट की आगामी बैठक में नीतीश कुमार के शामिल होने को लेकर शुरू हुई चर्चा को लेकर जब पत्रकारों ने जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर से पूछा तो उन्होंने बेबाकी से जवाब देते हुए कहा कि नीतीश कुमार को सुन कौन रहा है? लोग जबरदस्ती का नीतीश कुमार को इतना बड़ा नेता बताते हैं कि जैसे लग रहा है कि इन्हीं से ही देश की राजनीति चल रही है। नीतीश कुमार की राजनीति का ये अंतिम दौर चल रहा है। नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं इस नजरिए से उनकी चर्चा होती है। नीतीश कुमार को पक्ष या विपक्ष में कोई नहीं पूछ रहा है कि आप कौन हैं? जब नीतीश कुमार एनडीए में थे, तो क्या बीजेपी ने इन्हें बुलाकर एक बार भी पूछा कि क्या करना है या नहीं करना है? उसी तरह से अब INDIA गुट में आए हैं, तो यहां भी कोई नहीं पूछ रहा है। पटना में जो INDIA गठबंधन की बैठक हुई, तो लोगों ने खूब हल्ला मचाया कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री के दावेदार हो गए, चेहरा हो गए। फिर जब वो नहीं हुआ तो चर्चा हुई कि इसके संयोजक हो गए और इसका नामकरण नीतीश बाबू करेंगे। नीतीश कुमार को तो कोई पूछ भी नहीं रहा है।
लोकसभा चुनाव के बाद जदयू का शुरू हो जाएगा संपूर्ण विघटन
दरभंगा के बिरौल प्रखंड में पत्रकार वार्ता के दौरान प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि मान लीजिए कि INDIA गुट में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस है, दूसरा बड़ा दल टीएमसी और तीसरे नंबर पर डीएमके है। नीतीश कुमार उसमें क्या ऐसा कर देंगे कि सबलोग उनको मान लेंगे। तेजस्वी यादव खड़े होकर कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री देश का कौन होगा? कोई पूछने वाला नहीं है कि तुम्हारे कितने सांसद हैं? 543 सांसदों वाली लोकसभा में आरजेडी के जीरो सांसद हैं और कह रहा है कि प्रधानमंत्री कौन होगा, ये हम तय करेंगे। ये तो ऐसे हो गया कि हम यहां से बैठकर कहें कि अमेरिका का राष्ट्रपति कौन होगा? अरे भाई! अपने ही मुंह से कहना है तो देश का पीएम ही क्यों, अमेरिका का राष्ट्रपति भी आप ही तय कर दीजिए। आरजेडी के लोग बड़बोले हैं और कहते हैं कि देश का प्रधानमंत्री कौन होगा? अरे भाई! तुमसे पूछ कौन रहा है? तुम पहले अपने 5 सांसद तो जिता लो फिर तय होगा कि कौन होगा या नहीं होगा? लोकसभा चुनाव के बाद जदयू का संपूर्ण विघटन शुरू हो जाएगा। उनकी राजनीति का ये अंतिम दौर है, कहानी खत्म। उनके दल में लोकसभा के बाद इतनी भगदड़ मच जाएगी कि उस दल का विघटन हो जाएगा।
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