- धर्म परिवर्तन को लेकर बजरंग दल और दुर्गावाहिनी कार्यकर्ताओं ने धरना देकर किया जोरदार प्रदर्शन
- सड़क पर विरोध स्वरूप गाया हनुमान चालीसा, चर्च के बाहर तैनात रहा पुलिस बल
विहिप नगर अध्यक्ष परमवीर जाट ने कहा की इस स्कूल में 95 प्रतिशत आबादी हिंदुओं के बच्चों की है। वहां ईसाई धर्म की शिक्षा दी जा रही है। स्कूल में ना तो मां सरस्वती वंदना की जा रही है और ना ही भारत माता की जय की जा रही है स्कूल में वंदे मातरम, ना ही राष्ट्रगान के बाद में भारत माता की जय का उच्चारण किया जा रहा है। लुर्द माता स्कूल के द्वारा छोटे-छोटे हिन्दू बच्चों को धर्म से विमुख कर तिलक कलवा राखी बांधने पर प्रतिबंध लगाया गया है। नगर उपाध्यक्ष आशीष कुशवाह ने कहा की हिंदू मान बिंदुओं से इन्हें हमेशा से दिक्कत है। जबकी छोटे-छोटे बच्चों से ईसाइयों की प्रेयर निरंतर करवाना, और बच्चों का मानसिक विकास होते-होते बड़े होते-होते उनकी विचारधारा हिंदुत्व विरोधी बनना इस लुर्द माता स्कूल का उद्देश्य बन गया है। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल लुर्द माता स्कूल की गतिविधियों की जांच करने और स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग करता है। प्रदर्शन में नगर सह मंत्री गिरीश पाठक, नगर संयोजक प्रभात मेवाड़ा, नगर विशेष संपर्क प्रमुख अर्जुन सोनी, नगर सहसंयोजक समीर राय, नगर से विशेष संपर्क प्रमुख क्षितिज श्रीवास्तव, नगर अखाड़ा प्रमुख मुकुल कुशवाहा, एवं बजरंग दल के सभी नगर पदाधिकारी सहित एवं सैकड़ो कार्यकर्ता और दुर्गा वाहिनी की बहने भी शामिल रही।
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