- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के तत्वाधान में आयोजन
हमारे जीवन में श्रेष्ठ मू्ल्य है तो दूसरे उससे प्रमाणित होते है
उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में श्रेष्ठ मू्ल्य है तो दूसरे उससे प्रमाणित होते हैं। जीवन में नैतिक मूल्य होंगे तो आदमी लालच, हिंसा, झूठ, कपट का विरोध करेगा और समाज में परिवर्तन आएगा। उन्होंने कहा नैतिकता से मनोबल कम होता है। उनहोंने कहा कि मूल्यों की शिक्षा से ही हम जीवन में विपरीत परिस्थिति का सामना कर सकते हैं। जब तक हम अपने जीवन में मूल्यों और प्राथमिकता का निर्धारण नहीं करेंगे, अपने लिए आचार संहिता नहीं बनाएंगे तब तक हम चुनौतियों का मुकाबला नहीं कर सकते। स्थानीय ब्रह्माकुमारीज सेवाकेंद्र की संचालिका बी के पंचशिला बहनजी ने कहा कि नैतिक गुणों के बल पर ही मनुष्य वंदनीय बनता है। सारी दुनिया में नैतिकता अर्थात सच्चरित्रता के बल पर ही धन-दौलत, सुख और वैभव की नींव खड़ी है। उन्होंने बताया कि जब तक जीवन में आध्यात्मिकता नही है तब तक जीवन में नैतिकता नही आती है। स्थानीय ब्रह्माकुमारीज सेवा केंद्र की राजयोग शिक्षिका बीके संतोष बहन ने ब्रह्माकुमारी सस्था का परिचय भी दिया। प्रिंसिपल डॉ महेंद्र ने कहा नैतिक शिक्षा से ही छात्र-छात्राओं में सशक्तिकरण आ सकता है। उन्होंने आगे बताया कि नैतिकता के बिना जीवन अंधकार में हैं। नैतिक शिक्षा ही मानव को मानव बनाती है। विभाग अध्यक्ष डॉ ज्योति मिश्रा ने अपना उद्बोधन देते हुए कहा की वर्तमान में युवाओं को संस्कारित बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने ब्रह्माकुमारी संस्था को ऐसे कार्यक्रम के लिए धन्यवाद दिया। इस कार्यक्रम में विभाग अध्यक्ष डॉ सुमन रोहिला, विनय मणि त्रिपाठी, डॉ एके अहिरवार, बीके ज्योति बहन, बीके आकाश भाई, बीके महेश भाई और शिक्षक स्टाफ भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में के अंत में राजयोग मेडिटेशन कर सभी को गहरी शांति की अनुभूति कराई।
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