मधुबनी : केवीएस कॉलेज में विकसित भारत सेमिनार का आयोजन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 19 दिसंबर 2023

मधुबनी : केवीएस कॉलेज में विकसित भारत सेमिनार का आयोजन

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बेनीपट्टी/मधुबनी, जिले के बेनीपट्टी प्रखंड के कालिदास विद्यापति साइंस कॉलेज उच्चैठ में एक सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें अर्थशास्त्र के विभाग अध्यक्ष डॉ. राजा साहू के अध्यक्षता में किया गया। अध्यक्ष ने संबोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत 2047 का उद्देश्य आजादी के 100वें वर्ष यानी वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है। यह दृष्टिकोण आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, पर्यावरणीय स्थिरता और सुशासन सहित विकास के विभिन्न पहलुओं को सम्मिलित करता है। भारत को 2047 के कतार में विकसित देश के कतार में खड़ा करना देश की आजादी की 100 साल हो जाएंगे दुनिया की भारत पांचवी अर्थव्यवस्था बन चुकी है, 3.7 ट्रिलियन भारत की अर्थव्यवस्था वर्तमान में है। भारत की अर्थव्यवस्था को अगले 24 साल में अब 9 गुना ज्यादा बढ़ाने की जरूरत है, ताकि विकसित देश की कतार में खड़ा हो सके भारत से ऊपर अमेरिका है चीन है जापानी है जर्मनी है, ब्रिटेन और फ्रांस को भी पीछे छोड़ दिया है। भारत के पास लगभग  600 अरब डॉलर विदेशी मुद्रा वर्तमान में अभी है। भारत के पास विराट सर्विस सेक्टर है। भारत की प्रति व्यक्ति आय में 125 देश में कहीं नहीं आते हैं, अभी वर्तमान में भारत में जो जीडीपी बढ़ रहा है 6.5 की औसत दूर से उसे हिसाब से आने वाले 2047 तक 15 ट्रिलियन तक ही पहुंच पाएंगे। इसीलिए सरकार को चाहिए कि कम से कम 12-13% तक जीडीपी में वृद्धि करनी होगी। भारत की सबसे बड़ी चुनौती जीडीपी नहीं है, सबसे बड़ी चुनौती रोजगार है रोजगार को कैसे बढ़ाए और रोजगार में वृद्धि होगा, तो उत्पादन अपने आप ही बढ़ेगा और लोगों का जीवन स्तर में वृद्धि होगा और स्वत: ही जीडीपी ऊपर की तरफ बढ़ेगा इन्फ्रास्ट्रक्चर में जिस प्रकार वृद्धि हुई है। आने वाले 10-12 साल में भी इसी तरह से वृद्धि करनी होगी। आज हम सभी को पता है कि भारत सबसे बड़ा सबसे बड़ा बाजार है। एवीएशन सेक्टर में कितना निवेश कर रहा है। चीन और अमेरिका भारत को भी उसी अनुपात में एविएशन सेक्टर में निवेश करने की जरूरत है, ताकि से अधिक से अधिक एक्सपोर्ट कर सके। सरकार को चाहिए कि छोटे से छोटे संगठित क्षेत्र और स्मॉल माइक्रोइकोनॉमिक्स के ऊपर जो है काम करना चाहिए, ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिले। इस मौके पर विभाग के डॉ. जितेंद्र कुमार, हिंदी विभाग के डॉ. जितेंद्र कुमार राम एवं डॉ. दीपक कुमार दास, डॉ. अवधेश कुमार नायक, सुशांत चौधरी, डॉ. गुड़िया कुमारी, प्रीति रंजन, रंजीत कुमार ठाकुर, डॉ. अंजीत कुमार ठाकुर एवं छात्र संघ अध्यक्ष सुधीर कुमार यादव समेत सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।

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