"इंडिया सोशल फोरम का आगे का रास्ता - भारत में और विश्व सामाजिक मंच के लिए" इंडिया सोशल फोरम के तीसरे दिन 4 दिसंबर को "इंडिया सोशल फोरम का आगे का रास्ता - भारत में और विश्व सामाजिक मंच के लिए" पर जोरदार चर्चा की गयी.इसका संचालक अशोक भारती, नैकडोर थे.सह-संचालक रूपेश कुमार, भोजन का अधिकार अभियान ने संचालकों का परिचय कराया. अमन बिरादरी के हर्ष मंदर,सामाजिक कार्यकर्ता,हिमाशु कुमार, केरल सामाजिक मंच के शरत कुमार, तमिलनाडु सामाजिक मंच के सीलू फ्रांसिस, बिहार सामाजिक मंच के शाहिद कमाल, इप्टा के तनवीर अख्तर,उत्तर प्रदेश सामाजिक मंच के दीपक कबीर, वुलर बचाओ आंदोलन के शकील उल रसूल, महाराष्ट्र सामाजिक मंच के कौस्तुभ,ओडिशा सामाजिक मंच के धीरेंद्र पांडा,झारखण्ड सामाजिक मंच के गणेश रवि,अखिल भारतीय वनश्रमजीवी यूनियन और अशोक चौधरी ने विचार व्यक्त किया. अविनाश कुमार और अनिल मिश्रा ने निष्कर्ष निकाला.धन्यवाद प्रस्ताव डोरोथी फर्नाडीज ने पेश किया. इंडिया सोशल फोरम में लोकतंत्र और मानवाधिकारों की रक्षा, सामाजिक-आर्थिक न्याय और बराबरी का सशक्तिकरण, कामगारों के अधिकार एवं श्रम की गरिमा,सतत पर्यावरण एवं जलवायु न्याय और वैश्विक एकजुटता एवं सहयोग पर फोकस रहा.
इंडिया सोशल फोरम का संकल्प है.2023 के माध्यम में हम इन संकल्पों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ते है:-
1.नागरिक समाज संगठनों, जमीनी स्तर के आंदोलनों और यूनियनों के बीच और ज्ञान के आदान-प्रदान के माध्यम से व्यापक एकजुटता को बढ़ावा दें.
2. आम संघर्षा को संबोधित करने, नागरिक समाज संगठनों को अपना प्रभाव बढ़ाने और सकारात्मक बदलाव के लिए समूहिक एजेंडा और कार्ययोजना विकसित करें.
3. दलितों, आदिवासियों, महिलाओं, किसानों, श्रमिकों, युवाओं और अल्पसंख्यकों सहित हाशिए पर रहने वाले समुदायों को सषक्त बनाकर जमीनी स्तर पर लामबंदी को मजबूत करना ताकि उनके अधिकारों की रक्षा हो सके.
4. निरंतर सहयोग को बढ़ावा देने के लिए नागरिक समाज संगठनों, ट्रेड यूनियनों के वर्क, किसान संघ और अनौपचाकि श्रमिक संघों का विस्तार और सुदृढ़ीकरण के लिए नेटवर्क निर्माण करें.
आईए, एक और भारत के निर्माण में शामिल हों जो गरिमा, न्याय और शाति के साथ लोकतंत्र को मजबूत करे.इसमें उत्पौड़ित, कमजोर और हाशिए पर मौजूद समुदायों के साथ एकजूटता को मजबूत करने आइ. एस.एफ. में शामिल हों.
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