सम्मेलन में लोकतान्त्रिक राष्ट्र निर्माण की स्थापना काल से अब तक के कार्यों की जानकारी दी गयी. अबतक बिहार, उत्तर प्रदेश,उड़ीसा,झारखंड, महाराष्ट्र और दिल्ली में सम्मेलन सम्पन्न हुआ हैं. लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करना दीर्घकालीन उद्देश्य है. तात्कालिक उद्देश्य भाजपा को सत्ता से बेदखल करना है.नौ प्रखंड के आए हुए प्रतिनिधियों ने अपने प्रखंड की रिपोर्ट रखा. पचमनियां आंदोलन के वरिष्ठ साथी देवनाथदेवन ने कहा कि गरीबों की लड़ाई को तेज करने की जरूरत बताया.यादव नेतृत्व को गरीबों के साथ तालमेल कर चलने की जरूरत है. राष्ट्रीय सहसंयोजक मंथन जी समापन भाषण में चुनौतीपूर्ण कार्याे को सम्पन्न करने के लिए छोटे-छोटे नारे गढ़ने पर जोर दिया और यूट्यूब पर डालने को कहा है. इस सम्मेलन में पारित प्रस्ताव किया गया.1.आनंद, डोभी. 2.संगीता, डोभी. 3.कंचन, बाराचट्टी,4.कैलाश भारती, मोहनपुर. 5.बनारसी आलम, मोहनपुर. 6.राजेंद्र यादव,नरावट, अतरी. 7. सुरेन्द्र, डिहुरी,अतरी. 8.श्याम बिहारी, धनगांय. 9 सुदर्शन टनकुप्पा प्रखंड. 10.फादर अन्टो, जीवन संघम, 11.संजय आनंद, बोधगया. 12.जगत भूषण तथा 13,कारू, बोधगया.इन लोगों को कोर कमेटी में शामिल किया गया. इसके अलावे सम्मेलन में आने वाले प्रतिभागियों को लोकतान्त्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान के सदस्य मनोनीत किया गया.यह प्रस्ताव पारित किया गया कि प्रत्येक प्रखण्ड जहां से परतिनिधि आए हैं वहां पर सम्मेलन किया जाए.किसान महापंचायत फरवरी किया जाएगा तिथि कोर कमेटी तय करेगी. युवाओं का जिला स्तरीय कन्वेंशन किया जाएगा.तिथी युवको की बैठक में तय किया जाएगा.गया जिले के किसान -मजदूर यूनियन की सदस्यता के लिए अभियान चलाकर किसान को प्रेरित किया जाएगा.
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