मधुबनी, राज्य की निरंतर बढती जनसंख्या को भोजन मुहैया कराने ,कृषि आधारित औधौगिकरण का सृढृढ आधार तैयार करने तथा आर्थिक व्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए कृषि उत्पाद का बढ़ावा जरूरी है। इसलिए प्रति वर्ष फसलों का उपल दर निकालने/आकलन करना आवश्यक है जिससे हम पता कर पायेंग कि उत्पाद में वृद्धि हो रही है या नहीं इस वृद्धि से हम अपनी पूरी जनसंख्या को भोजन दे पायेंगे। यदि उपज दर में कमी हो रही है तो वे कौन-कौन से कारण है। इस क्रम में फसल सहायता योजना के अन्तर्गत मुख्य फस धान, गेहू, मक्का, इत्यादि का प्रत्येक पंचायत में 5 प्रयोग फसल कटनी कार्य अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय द्वारा प्रत्येक कृषि वर्ष में कराया जाता है। इसी क्रम में आज 1 दिसम्बर शुक्रवार को जिला पदाधिकारी, मधुबनी अरविन्द कुमार वर्मा ने फसल कटनी प्रयोग का निरीक्षण पिलखवार पंचायत के पिलखवार ग्राम में कृर्षि वर्ष 2023-2024 में रैण्डम सम्भावित के आधार पर प्लॉट खेसरा पर 10 मीटर 5 मीटर के क्षेत्र में धान फसल कटनी प्रयोग सम्पादित किया गया। किसान विश्वनाथ यादव के खेत 10 मीटर 5 मीटर क्षेत्र में 24.190 किलो धान प्राप्त हुआ इस प्रकार 48,380 हेक्टेयर प्रति क्विंटल धान का उत्पादन का आकलन किया गया। इस कार्य में राकेश कुमार, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ललन कुमार चौधरी, जिला कृषि पदाधिकारी , प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचल पदाधिकारी, कृषि समन्वयक एवं अन्य कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023
मधुबनी : फसल कटनी प्रयोग का जिला पदाधिकारी ने किया निरीक्षण
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