समाजसेवी हरीश अग्रवाल ने बताया कि हमारी समिति सत्य के अध्यक्ष शंकर प्रजापति सहित अन्य सदस्य को जैसे ही निर्धन व्यक्ति के मृत होने की जानकारी मिलती है, वैसे ही संस्था के द्वारा उसके अंतिम संस्कार का इंतजाम किया जाता है। जब किसी निर्धन व्यक्ति को उसके परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु अथवा किसी लावारिस शव के अंतिम संस्कार की सामग्री जुटाने में रुपये की आवश्यकता पड़ती है, तब सत्य की ओर समिति के सक्रिय सदस्य उसके साथ खड़े दिखाई होते हैं और अंतिम संस्कार के उपयोग में आने वाली प्रत्येक सामग्री और शव ले जाने के लिए उचित व्यवस्था भी करते हैं। ऐसा ही नेक कार्य विगत् कई वर्षों से शहर की सामाजिक संस्था सत्य की ओर कर रही है। उन्होंने बताया कि अब तक 99 वें मृत व्यक्तियों का दाह संस्कार किया जा चुका है।
शहर के करीब 15 से 20 सदस्यों वाली यह समिति के अध्यक्ष श्री प्रजापति बताते हैं कि दुख की इस घड़ी में किसी भी जाति धर्म के निर्धन परिवार के लोग जब मृत शरीर का अंतिम संस्कार का खर्च उठाने में सक्षम नहीं होते हैं। तब समिति के सदस्यों द्वारा मृत शरीर के अंतिम संस्कार का सम्पूर्ण खर्च समिति द्वारा व्यय किया जाता है। सत्य की ओर नामक संस्था में शहर के कई व्यापारी और समाज सेवी जुड़े हैं जो असहाय व लावारिस शवों के अंतिम संस्कार के लिये सामग्री उपलब्ध कराते हैं। सत्य की ओर से हरीश अग्रवाल, किशोर कौशल, शैलेन्द्र चंदेल, सुनील दुबे, सुभाष शर्मा, कमलेश कटारे, गोविन्द्र ताम्रकार, डॉ. कैलाश अग्रवाल, ललित जैन, विमल जैन, कैशव तोमर, जेपी विश्वकर्मा और डॉ. नरोलिया आदि ने सहयोग दिया।
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