पटना, 22 दिसंबर, भारतीय खाद्य निगम के द्वारा खुली बिक्री योजना के माध्यम से निर्धारित कीमतों पर उपलब्ध स्टॉक से गेहूँ एवं चावल की बिक्री की जा रही है ताकि बाजार में गेहूँ एवं चावल की कमी न हो सके एवं कीमतों पर नियंत्रण रखा जा सके । भारत सरकार ने भारतीय खाद्य निगम के माध्यम से गेहूँ एवं चावल की बढ़ती कीमतों को कम करने हेतु सेंट्रल पूल के स्टॉक से ई-नीलामी के माध्यम से पूरे देश में गेहूँ एवं चावल की तय शुदा मात्रा को खुले बाजार में बिक्री करने का फैसला किया है । गेहूँ खरीददार जैसे फ्लोर मिलर्स / गेहूँ उत्पादों के निर्माताओं/ गेहूँ प्रोसेसर ( खरीद मात्रा न्यूनतम 10 एम.टी ) इसमें भाग ले सकते हैं । जिन प्रार्थी को पास बिजली का एल.टी कनेक्शन (75 के.वी.ए से कम) हो अधिकतम 50 मी.टन तक एवं बिजली का एच.टी कनेक्शन (75 के.वी.ए से उपर) हो अधिकतम 250 मी.टन गेहूँ एक नीलामी में उठाव कर सकते हैं । चावल खरीददार जैसे व्यापारियों, खुदरा विक्रेताओं, थोक खरीददारों (01एम.टी से 2000 एम.टी तक) इस ई-नीलामी में भाग ले सकते हैं । इसके 27वां ई-नीलामी में बिहार राज्य के विभिन्न एफसीआई गोदामों के 37 केंद्रों से 26,000 एम.टी गेहूँ तथा 13 केन्द्रों से 19,485 एम.टी चावल बिक्री के लिए निविदा आमंत्रित किया गया है। सभी संबंधितों से अनुरोध है कि वे पात्रता के अनुसार इस नीलामी में भाग लें एवं नीलामी से खरीदे गेहूँ को प्रोसेस करने के बाद आटा, मैदा, सुजी तथा दलिया आदि के रूप में जनता के उपयोग के लिए बाजार में लाना सुनिश्चित करें । इसके अलावा खरीदे गये गेहूँ के प्रोसेसिंग के प्रमाण स्वरूप उन्हें प्रोसेसिंग यूनिट के पिछले 3 महीना के स्व-प्रमाणित बिजली बिल जमा करना होगा। इसका न्यूनतम मूल्य रू. 2125/- (यूआरएस गेहूँ) तथा रू. 2150/- (एफएक्यू गेहूँ) एवं सामान्य चावल हेतु रू. 2900/- प्रति क्विंटल है । अधिक जानकारी वेबसाइट https://www.valuejunction.in/fci से प्राप्त कर नीलामी में भाग ले सकते हैं ।
शुक्रवार, 22 दिसंबर 2023
Home
बिहार
पटना : भारतीय खाद्य निगम के विभिन्न गोदामों सेई-नीलामी के द्वारा गेहूँ तथा चावल की बिक्री
पटना : भारतीय खाद्य निगम के विभिन्न गोदामों सेई-नीलामी के द्वारा गेहूँ तथा चावल की बिक्री
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें