- सरकारी भवनों और इमारतों में सुबह 8.30 बजे व शिक्षण संस्थानों में सुबह 10 बजे झंडारोहण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी, स्पेशल गेस्ट’ होंगी बनारस की दो महिला सफाईकर्मी
वाराणसी (सुरेश गांधी) जब शहीदों के दिल में जल रही थी ज्वाला, उनकी लहू धारा में बहकर किनारे पर पहुंची आजादी, चलो आज उन वीर सपूतों को मिलकर करें हम नमन। जी हां, आज दुनिया भारत का लोहा मान रही है. लेकिन ये इतना आसान नहीं था. इसके लिए भारत के कई महान सपूतों ने अपना बलिदान दिया, तब जाकर भारत को ब्रिटिश हुकूमत से आजादी मिली. इसी उपलक्ष्य में हर साल 26 जनवरी को देश में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. आज ही के दिन संविधान लागू हुआ था. इसी उपलक्ष्य में देश 26 जनवरी को 75वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। इसके लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। गणतंत्र दिवस परेड की फुल ड्रेस रिहर्सल भी की गई। इस ख़ुशी के माहौल को बरकरार रखते हुए पुलिस ने कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था भी तेज कर दी है। मुख्य सचिव के निर्देशानुसार सरकारी भवनों और इमारतों में सुबह 8.30 बजे व शिक्षण संस्थानों में सुबह 10 बजे झंडारोहण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
खास यह है कि इस साल गणतंत्र दिवस परेड की झांकियों में अयोध्या की विरासत देखने को मिलेगी. रामलला को दर्शाने वाली मूर्तियां झांकियों के आकर्षण का केंद्र होंगी. इस बार यूपी की झांकी आकर्षण का केंद्र होगी. कर्तव्य पथ पर भगवान राम के बाल स्वरूप का दर्शन होगा. यूपी की झांकी राममय नजर आएगी.राम मंदिर में रामलला की मूर्ति के ठीक पीछे ट्रेलर पर कलश के साथ दो साधुओं को दिखाया जाएगा. बता दें, पूरा देश गणतंत्र दिवस के जश्न में डूबा है। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारत माता को सलामी देने के लिए लोगों के हाथों में तिरंगा है। घरो-होटलों, प्रतिष्ठानों से लेकर सड़क तक भारत की आन-बान व शान तिरंगा लहराने लगा है। कहा जा सकता है। 26 जनवरी भले ही शुक्रवार को हो, लेकिन गणतंत्र दिवस की झलक गुरुवार को ही दिख गई। हर किसी के हाथ में तिरंगा नजर आने लगा है। घर पर तिरंगे टंग गए है। वाहन में तिरंगा लग गया है। पूरा देश तिरंगामयमय हो गया है। लोगों को हाथ में तिरंगा लहराते हुए भारत माता की जय व वंदे मातरम के गगनभेदी नारे लगाते देखा जा रहा है। मतलब साफ है जोश। जुनून। बुलंद हौसला। अरमान तिरंगा। जान तिरंगा। शान तिरंगा। वतन की पहचान तिरंगा। ईमान तिरंगा देख ऐसा लग रहा है जैसे आज ही देश आजाद हुआ है। चैक- चैराहों पर चर्चा का विषय सिर्फ और सिर्फ आजादी के दीवानों की होते देखा गया। लोगों ने कहा, हमारे लिए खुशी की बात है। देश की शान है तिरंगा, हम सबकी जान है तिरंगा। राष्ट्र का मान है तिरंगा। पूरे देश के लिए यह गर्व का विषय है। हमें गण्तंत्र दिवस हजारों बलिदानियों की सौगात के रुप में मिली है। हमें मिलजुल कर बलिदानियों के सपनों को पूरा करना है। स्कूल-कालेजों में बैंड की धुनों पर बच्चों को प्रभातफेरी की तेयारी करते देखा गया। हर किसी के चेहरे पर उत्साह की चमक दिखी। मजदूर हो या व्यापारी या किसान, नौजवान व महिलाएं सबके सब मगन है।
परेड में दो महिला सफाईकर्मी भी होंगी अतिथि
गणतंत्र दिवस समारोह पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर इस बार सफ़ाईकर्मचारियों को बुलाया गया है. यूपी से 101 सफाई कर्मी शामिल हो रहे हैं. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से दो महिला सफाईकर्मी स्पेशल गेस्ट के तौर पर कार्यक्रम में शरीक होंगी. ऐसा पहली बार है जब सफाईकर्मियों को खास मेहमान के नाते समारोह में बुलाया गया है. ऐसे सफाई कर्मचारियों में उत्तर प्रदेश (यूपी) से 101 लोग रहेंगे, जिनमें काशी से दो महिला सफाईकर्मी (रोशनी और कलावती) हैं. बनारस की सफाई कर्मचारी रोशनी दुर्गाकुंड की निवासी हैं. वह पीएम के लिए बनारसी शॉल लेकर पहुंचीं, जबकि साकेत नगर की रहने वाली कमलावती उन्हें उपहार में रामचरितमानस देंगी. ये सफाईकर्मी पीएम नरेंद्र मोदी को काशी विश्वनाथ मंदिर की रेपेलिका (प्रतिकृति) भी भेंट करेंगी. टीन शेड के घर में रहने वाली सफाई कर्मचारी कमलावती के मुताबिक, “पहली बार जब नगर स्वास्थ्य अधिकारी का फोन आया तो मुझे विश्वास नहीं हुआ. परिवार के लोग और आस पास के लोग काफी खुश हैं.“ इस बीच, रोशनी ने कहा कि उन्हें पहली बार ऐसे कार्यक्रम में जाने का मौका मिला है. वह हर बार टीवी पर परेड देखती थीं. बुलावे के बाद उनका पूरा परिवार खुश है. मेहनत करने वालों को इस प्रकार सम्मान मिलेगा, यह उन्होंने सोचा नहीं था. रोशनी के पति शिव प्रसाद भी उनके साथ दिल्ली पहुंचे हैं और उन्होंने बताया- हम समाज के सबसे निचले तबके से आते हैं. हमारे बारे में अगर कोई सोच रहा है तो इससे बड़ी बात क्या होगी! यह हमारे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है.
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