इस मौके पर इस तीसरे वर्ष लगे रक्तदान महाकुम्भ में संस्थान के कई सदस्यो ने रक्तदान भी किया, इनमें मनीष गुप्ता, दीपक सहनी, सुजीत कुमार एवं अन्य कई सदस्य ने रक्तदान किया। इस अवसर पर समाजसेवी सह माँ अन्नपूर्णा सेवा समीती के मुख्य संयोजक अमित कुमार राउत ने कहा कि रक्तदान जीवनदान है। हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है। इस बात का अहसास हमें तब होता है, जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है। उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं। अनायास दुर्घटना या बीमारी का शिकार हममें से कोई भी हो सकता है। आज हम सभी शिक्षित व सभ्य समाज के नागरिक है, जो केवल अपनी नहीं बल्कि दूसरों की भलाई के लिए भी सोचते हैं, तो क्यों नहीं हम रक्तदान के पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें और लोगों को जीवनदान दें। रक्त दान को हमारे समाज में महादान माना गया है। मौके पर आयोजित कार्यक्रम को मंच से सम्बोधित करते हुए श्री राउत ने कहा कि वर्तमान मे हमारी तीन संस्था मुख्य रूप से कार्यरत है, जो निम्न हैँ :-
1). माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन(पिछले लगभग 1300दिनों से रोज जयनगर रेलवे स्टेशन और इसके सामने पुराना नगर पंचायत परिसर मे लंगर लगाकर खिलाती है जरुरतमंदों को खाना)
2). माँ अन्नपूर्णा महिला मंच (पिछले दो सालों से अनवरत लड़कियों एवं महिलाओ के उत्थान एवं इनको आत्मनिर्भर बनाने मे करती है मदद)
3). माँ अन्नपूर्णा रक्त रक्षक (रक्तदान के क्षेत्र मे पिछले दो सालों से कर रही है उल्लेखनीय कार्य, बचा चुकी है अब तक तीन सौ से ज्यादा जान)
बता दें कि भारत-नेपाल की अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे मधुबनी जिले के जयनगर में उन्होंने और उनकी टीम ने लगभग चार वर्ष पूर्व प्रतिदिन असहायों, निर्धनों के लिए नि:शुल्क भोजनदान की शुरुआत की थी, वह आज भी अनवरत जारी है और इसकी चर्चा जयनगर, मधुबनी ही नहीं बल्कि दरभंगा प्रमंडल, मिथिला क्षेत्र समेत सम्पूर्ण बिहार और नेपाल के तराई क्षेत्र में होती है। "माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन,जयनगर" जैसे बैनर तले सर्दी-गर्मी-बरसात की परवाह किये बिना वे अपनी टीम के सदस्यों के साथ भूखे लोगों के लिए समाजदूत बनकर सामने आए हैं। "माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन, जयनगर" की शुरुआत कोरोना काल मे हुए दूसरे लॉकडाउन के समय जयनगर रेलवे स्टेशन परिसर से हुआ था और आज इसकी प्रेरणा से जयनगर और मधुबनी जिले में कई अन्य संगठन भी इनका अनुकरण कर रहे हैं, इनसे प्रेरणा ले रहे हैं। इस सामाजिक संगठन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें लोग स्वेच्छा से जुड़ते हैं और सभी सदस्य समान भाव से सेवा करते हैं। इस संगठन में सभी सदस्य रोज तन-मन-धन एवं अपार सेवाभाव से श्रमदान देते हैँ, जिसका कई प्रमाण है। इस कार्यक्रम मे बिहार के दर्जनों समाजसेवी एवं सामाजिक संस्था के लोग मौजूद रहे।
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