पटना : सेम की उत्कृष्ट प्रजाति के चयन में वैज्ञानिकों की सहभागिता - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 26 जनवरी 2024

पटना : सेम की उत्कृष्ट प्रजाति के चयन में वैज्ञानिकों की सहभागिता

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पटना : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना में दिनांक 25 जनवरी 2024 को सेम की उत्कृष्ट प्रजाति की चयन प्रक्रिया में सहभागी शोध के माध्यम से संस्थान के वैज्ञानिकों एवं तकनीकी अधिकारियों ने संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास के मार्गदर्शन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया | इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य शोधकर्ता को सेम की उत्कृष्ट लाइनों की पहचान करने में सहायता करना था | इस अनुसंधान में देश के विभिन्न क्षेत्रों से लाए गए सेम की 216 प्रजातियों का मूल्यांकन किया गया। इस दौरान विभिन्न विषयों के वैज्ञानिकों ने 1-5 के पैमाने का उपयोग करके दृश्य स्वीकार्यता, रंग, बनावट, उपज, रोग प्रतिरोध और कीट प्रतिरोध जैसे कारकों पर विचार करते हुए सेम की प्रजातियों का मूल्यांकन किया। वैज्ञानिकों ने सुझाव दिया कि बैंगनी फलियाँ पोषण की दृष्टि से बेहतर होती हैं। कीट और रोग के दृष्टिकोण से, उच्च फिनोल युक्त सेम को बेहतर बताया गया | साथ ही साथ वैज्ञानिकों ने यह भी बताया कि बीज और बायोमास अनुपात, पूर्व पुष्पन एवं पूर्व फली, कटाई के बाद अधिक जीवनावधि होना सेम के मूल्यांकन के मुख्य मानक हैं।  महिला किसानों ने भी मूल्यांकन प्रक्रिया में भाग लिया। उन्होंने अच्छे स्वाद के साथ मोटे बीज वाली देशी प्रजाति की फलियों को प्राथमिकता देने पर जोर दिया। सेम की प्रजाति के चयन में इसके फली के पकने में लगने वाली अवधि को एक महत्वपूर्ण कारक के रूप में पहचाना गया । छात्रों और प्रशिक्षुओं ने भी इस मूल्यांकन प्रक्रिया में भाग लिया और हरे रंग की किस्मों का समर्थन किया। निदेशक डॉ. अनुप दास ने अपना दृष्टिकोण रखते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम प्रजनकों के लिए अत्यधिक फायदेमंद है। इस प्रकार की प्रक्रिया से वैज्ञानिकों को प्रजातियों के चयन में सहायता मिलती है। डॉ. दास ने यह भी बताया कि ऐसी पहल भविष्य में भी जारी रहेगी। कार्यक्रम के दौरान, सभी प्रभागों के प्रमुख, प्रधान वैज्ञानिक, वरिष्ठ वैज्ञानिक, वैज्ञानिक तथा तकनीकी अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण मौजूद थे।

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