सीहोर। भगवान श्रीराम के आगमन की खुशी में पूरा कुबेरेश्वरधाम राममय हो गया है। सोमवार को विठलेश सेवा समिति के तत्वाधान में यहां पर दोपहर में हजारों दीपों को प्रज्जवलित कर महाआरती की वहीं करीब 50 हजारों से अधिक श्रद्धालुओं को समिति के पदाधिकारियों ने प्रसादी ग्रहण कराई। सुबह से ही यहां पर मौजूद श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीराम और यहां पर स्थित बाबा की शीला का अभिषेक किया। अयोध्या में राम लला के विराजमान होने के मौके पर भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के निर्देशानुसार सुबह से ही यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को करीब पांच क्विंटल से अधिक हलवा की प्रसादी के अलावा 10 क्विंटल से अधिक आटे की चपती और सब्जी और खिचड़ी आदि का वितरण किया गया। जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में रामलला प्राण-प्रतिष्ठा की झलक देखने को मिलेगी। मंदिर में अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के निर्देशानुसार कई कार्यक्रम कराए गए। पिछले दो दिनों से धाम पर श्रद्धालुओं के आने का क्रम शुरू हो गया था, रामलला उत्सव को लेकर मंदिर परिसर में रंग-बिरंगी रोशनी आदि की व्यवस्था की गई और दोपहर 12 बजे के बाद अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूरा हुआ तो यहां पर उत्साहित श्रद्धालुओं ने जोरदार आतिशबाजी और मिठाई का वितरण किया। विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि सोमवार को सुबह बाबा की विशेष आरती की गई और उसके पश्चात भंडारे के अलावा दीपोत्सव का आयोजन किया। गत दिनों भागवत भूषण पंडित मिश्रा ने अपने संदेश में कहा कि अनोखे ढंग से इस दिन को मनाया जाएगा। ताकि हर व्यक्ति के मन में इस दिन के प्रति जोश और उत्साह बढ़े, इस पर काम किया जा रहा है। भगवान श्री राम हम सब के आदर्श हैं, 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटने पर मनाई गई दीपावली की तर्ज पर 500 वर्षों के लंबे समय के बाद हो रही प्राण प्रतिष्ठा की खुशी में 22 जनवरी को घर-घर दीपावली मनाई जाए। श्रीराम के महत्व को लोगों को समझाया है। भगवान राम ने कई ऐसे महान कार्य किए हैं, जिसने सनातन धर्म को एक गौरवमयी इतिहास प्रदान किया है।
सुबह से देर रात्रि तक दीपों से जगमग हुआ कुबेरेश्वरधाम
सोमवार को कुबेरेश्वरधाम पर करीब 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने धाम पर उत्साह के साथ दीपावली का पर्व मनाया। इस मौके पर यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिर समिति की ओर से समिति के पंडित विनय मिश्रा, समीर शुक्ला सहित बड़ी संख्या में सेवादार मौजूद थे। दोपहर के बाद रात्रि को भी दीपोत्सव का पर्व आस्था और उत्साह के साथ मनाया गया।
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