- कठिन परिश्रम का कोई दूसरा विकल्प नहीं है : डॉ. उपाध्याय
इस अवसर पर अपराह्न 04:00 बजे संस्थान के सेमिनार हॉल में एक संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया, जिसमें डॉ. अरूप घोष, वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक, सी.एस.आई.आर - केन्द्रीय नमक एवं समुद्री रसायन अनुसंधान संस्थान, भावनगर ने आभासी माध्यम से “समुद्री शैवाल एवं बायोस्टिमुलेंट्स का फसल उत्पादन पर प्रभाव” विषय पर प्रभावशाली व्याख्यान दिया | कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. कमल शर्मा, डॉ. संजीव कुमार, डॉ. अभय कुमार, डॉ. नरेश चंद्र, डॉ. मोनोब्रुल्लाह, डॉ. अभिषेक दुबे, डॉ. वेद प्रकाश, डॉ. अनिर्बान मुखर्जी, डॉ. अभिषेक कुमार, डॉ. मनीष टम्टा, डॉ. जसप्रीत सिंह, श्री रजत कुमार, श्रीमती प्रभा कुमारी, श्रीमती दिव्यदर्शिनी, श्री संजय राजपूत, श्री उमेश कुमार मिश्र एवं अन्य का महत्वपूर्ण योगदान रहा |
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