- अक्षत भभूत नहीं, रोज़ी_रोटी और आवास चाहिए मांग पर बिहार के प्रखंडों_अंचलों पर खेग्रामस का 18जनवरी को प्रदर्शन
- अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा की ओर से गांव_पंचायतों में सभा कर मोदी गारंटी गाड़ी का घेराव किया जा रहा है
पटना,18 जनवरी। अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा #खेग्रामस की ओर से अक्षत भभूत नहीं, रोज़ी, रोटी और आवास चाहिए;आजादी,लोकतंत्र और संविधान का सम्मान चाहिए नारे को लेकर गांव_गरीबों के बीच चल रहे अभियान का समापन आज प्रखंडों_अंचलों पर प्रदर्शन के जरिए हुआ।18 जनवरी को आज राज्य के 200 से ज्यादा प्रखंडों_अंचलों पर प्रदर्शन हुआ और राष्ट्रपति_मुख्यमंत्री के नाम स्मारपत्र सीओ_बीडीओ के जरिए भेजा गया।मनरेगा मजदूरी के साथ मोदी सरकार ने बड़ा छलावा किया है।सरकार न्यूनतम मजदूरी कानून का उलंघन कर रही है,उन्हें न तो राज्य की न्यूनतम मजदूरी दी जा रही है और न केंद्र की। 228 रुपए की हास्यास्पद दैनिक मजदूरी पर मनरेगा मजदूरों से काम लिया जा रहा है।सबको पक्का मकान 2022 तक वादा करने वाली मोदी सरकार ने बिहार के गरीबों के साथ नाइंसाफी की है।2017 से राज्य को प्रधानमंत्री आवास योजना का कोई आवंटन नही दिया गया है।बढ़ती मंहगाई में कोई राहत पैकेज नहीं लेकिन अक्षत भभूत बांट कर लोगों को भरमाया जा रहा है। प्रदर्शन से बिहार के मुख्यमंत्री से मांग की गई कि तमाम अनधिकृत बसावट का सर्वे सरकार कराए और नया वास आवास कानून बनाए।दलित गरीबों के 5गारंटी आंदोलन के तहत यह आंदोलन चल रहा है।आंदोलन के माध्यम से पेंशन बढ़ोत्तरी की मांग भी उठाई गई।बकाया बिजली बिल माफी को भी मुद्दा बनाया गया है। पटना, भोजपुर, सिवान, समस्तीपुर, दरभंगा, नालंदा आदि जिलों के 200 से ज्यादा प्रखंडों_अंचलों पर शीत लहर से लड़ते हुए दसियो हजार गरीबों ने भाग लिया।आंदोलन की समीक्षा और आगे की रणनीति पर आगामी 20_21 जनवरी को मुजफ्फरपुर में राज्यस्तरीय बैठक होगी जिसमें खेग्रामस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह विधायक सत्यदेव राम,महासचिव धीरेंद्र झा,विधायक सह सम्मानित अध्यक्ष बीरेंद्र गुप्ता,राज्य अध्यक्ष मनोज मंजिल,माले विधायक दल के नेता महबूब आलम,पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद भाग लेंगे। खेग्रामस के राज्य सचिव शत्रुघ्न सहनी ने कहा कि बैठक में भाकपा माले के वरिष्ठ पोलित ब्यूरो सदस्य स्वदेश भट्टाचार्य भी भाग लेंगे।उन्होंने कहा कि राज्यस्तरीय बैठक की तैयारी मुजफ्फरपुर में जोर शोर से चल रही है।
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