यह चर्च झाबुआ जिले के राणापुर के दबतलाई गांव में है. अमलियार ने कहा कि वह उन लोगों को पहचानता है, क्योंकि वे पड़ोसी गांव के हैं. ‘मैंने उन्हें पहचान लिया. मैं उनमें से कुछ के नाम भी जानता हूं.मैंने उन्हें समझाने की कोशिश की कि ये सही नहीं है. मैंने उनसे कहा कि हम यहां सिर्फ उपासक हैं और उन्हें हमें परेशान नहीं करना चाहिए, लेकिन उन्होंने सुनने से इनकार कर दिया, ‘अमलियार ने कहा. उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ.‘ अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई.झाबुआ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अगम जैन ने कहा कि अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.‘हमारी टीम ने रविवार शाम को साइट का दौरा किया. हमने पूछा कि क्या हुआ. यह एक व्यक्ति का घर था, जिसे वह प्रार्थना के लिए उपयोग करता है, यह कोई चर्च नहीं था. इसलिए हमने स्वतः संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज नहीं की. वह व्यक्ति शिकायत दर्ज नहीं करना चाहता था, इसलिए अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है.‘ हालांकि पादरी अमलियार ने इस बात से इनकार किया कि यह उनका घर है. ‘यह एक चर्च है जिसे मैंने 2016 में शुरू किया था. हर रविवार, 30-40 लोग यहां प्रार्थना के लिए आते हैं. यह पूजा का स्थान है. मेरा घर अलग है,‘ हालांकि, उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि उन्होंने अभी तक शिकायत दर्ज नहीं कराई है. ‘उन लोगों ने बाद में मुझे माफी मांगते हुए बुलाया. इसलिए मुझे अभी तक यकीन नहीं है कि मैं शिकायत दर्ज करना चाहेंगे या नहीं. मैं अपने गांव के सरपंच से चर्चा करूंगा और उस पर फैसला लूंगा.‘
झाबुआ. मध्य प्रदेश में झाबुआ है.वहां पर कुछ पुरुषों का एक समूह ने जय श्री राम का नारा लगाया. राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह से पहले मध्य प्रदेश के झाबुआ में एक चर्च के शीर्ष पर चढ़ गए और भगवा झंडे लगा दिए.झाबुआ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अगम जैन ने कहा कि अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. झाबुआ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अगम जैन ने कहा कि “हमारी टीम ने रविवार 21 जनवरी की शाम को साइट का दौरा किया.हमने पूछा कि क्या हुआ. यह एक व्यक्ति का घर था, जिसे वह प्रार्थना के लिए उपयोग करता है, यह कोई चर्च नहीं था.इसलिए हमने स्वत संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज नहीं की.वह व्यक्ति शिकायत दर्ज नहीं करना चाहता था, इसलिए अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है”. अब वायरल हो रहे एक वीडियो में, लोगों को इमारत पर चढ़ते और ईसाई क्रॉस पर एक झंडा लगाते हुए देखा जा सकता है.भगवा झंडे पर अयोध्या राम मंदिर की तस्वीर और श्जय श्री रामश् लिखा हुआ था. यह घटना प्राण प्रतिष्ठा समारोह से एक दिन पहले रविवार, 21 जनवरी को हुई थी. एक व्यक्ति का घर है.उसी घर को प्रार्थना के लिए उपयोग करता है, यह कोई चर्च नहीं था.ऐसा प्रोटेस्टेंट चर्च के लोग करते हैं.खुद को चर्च के पादरी कहते हैं. पादरी नरबू अमलियार ने कहा कि रविवार की प्रार्थना पूरी होने के ठीक बाद लोगों का समूह नारे लगाते हुए पहुंचा.‘यह लगभग दोपहर 3 बजे हुआ जब हमने अपनी रविवार की प्रार्थना पूरी की थी. ये लोग जय श्री राम चिल्लाते हुए कहीं से आ गए. वहां कम से कम 25 आदमी थे और उनमें से कुछ लोग झंडे के साथ चर्च के ऊपर चढ़ गए,‘.
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