- पुलिस ने किए चौंकाने वाले खुलासे, आरोपी रात में घूम-घूम कर करते थे छेड़खानी, तीनों आरोपी भाजपा आईटी सेल के है पदाधिकारी
- मामले में पार्टी के कई स्थानीय नेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है
भाजपा कराएगी मामले की जांच
भाजपा आईटी सेल के तीन पदाधिकारियों के सामूहिक दुष्कर्म में शामिल होने की घटना के बाद पार्टी मामले की आंतरिक जांच कराएगी। मामले में पार्टी के स्थानीय नेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक प्रदेश स्तर पर इस घटना को गंभीरता से लिया गया है। मामले में स्थानीय नेताओं की लापरवाही भी मानी जा रही है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का कहना है कि मामले का परीक्षण कराया जा रहा है। परीक्षण के बाद ही आगे की कार्यवाही करेंगे।
हरकतें क्षम्य नहीं
मामले में कांग्रेस ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है। महिला कांग्रेस की अध्यक्ष नेट्टा डिसूजा ने कहा कि भाजपा का नारा बेटी बचाओ है, लेकिन हरकतें बेटी रुलाओ वाली हैं। उन्होंने दो महीने बाद पुलिस ने रविवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों ने सोशल मीडिया पर खुद को भाजपा की आईटी सेल का पदाधिकारी होने का दावा किया है। डिसूजा ने कहा कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़नी चाहिए।
निर्वस्त्र कर बनाया था वीडियो
आईआईटी बीएचयू की बीटेक छात्रा अपने एक सहयोगी के साथ एक नवंबर की रात में करीब 1ः30 बजे टहलने के लिए निकली थी। दोनों कर्मन वीर बाबा मंदिर के पास पहुंचे थे इसी दौरान एक बुलेट पर सवार तीन युवक पहुंचे और उन्हें रोक लिए। छात्रा को रोकने के बाद उन लोगों ने उसके साथ की युवक को डरा धमका कर भगा दिया। उसके बाद तीनों युवक छात्रा को असलहा दिखाकर कोने में ले गए। उन लोगों ने छात्रा के कपड़े उतरवाए उसके साथ छेड़छाड़ की, उसे जबरन किस किया और वीडियो बना लिया। यह भी आरोप है कि छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था। 60 दिन बाद सामुहिक दुष्कर्म मामले में तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सामूहिक दुष्कर्म करने वाले आरोपी कुणाल पांडेय बृज एनक्लेव कालोनी सुंदरपुर, अभिषेक चौहान और सक्षम पटेल जिवधीपुर बजरडीहा के निवासी हैं। वहीं आरोपियों की एक फोटो भी वायरल हो रही है जिसमें में बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे, डीप्टी सीएम बृजेश पाठक, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह के साथ दिखाई दे रही है। जो शोसल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
पहले लगाई गई थी ये धारा
वारदात के 8वें दिन पुलिस पर दबाव बना तो पीड़िता का बयान लेकर आरोपियों पर सामूहिक दुष्कर्म की धारा को जोड़ दिया गया। पहले की एफआईआर में केवल गन पॉइंट पर कपड़े उतरवाकर वीडियो बनाने का आरोप था। इसमें धारा 354(बी) कपड़े उतरवाना व 509 की धारा धमकी देने वाली धारा आरोपियों पर लगाई गई थी। जानकारी के अनुसार आरोपियों की पहचान वारदात के 7 दिन बाद ही हो गई थी लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने में लगभग 60 दिन लगा दिए। हालांकि इस आरोप पर पुलिस की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है।
सख्त कार्रवाई की मांग
मामले में एबीवीपी काशी हिन्दू विश्वविघालय के इकाई अध्यक्ष एवं काशी प्रांत मंत्री अभय प्रताप सिंह के हवाले से एक बयान जारी कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। बयान में कहा गया है कि पुलिस प्रशासन आईआईटी-बीएचयू में छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना में लगभग 60 दिनों के बाद आरपियों की गिरफ्तारी हुई है। दो महिने तक आरोपियों को बचाने वाले लोगों की पहचान कर कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित हो।
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