- आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं के मानदेय में होगी सम्मानजनक वृद्धि
- हड़ताल अवधि में चयनमुक्त की गयी 10203 सेविका एवं 8016 सहायिका होंगी वापस
वहीं 18220 आंगनबाड़ी सेविका सहायिका को चयनमुक्त करने के फैसले को मुख्यमंत्री की पहल पर वापस ले लिया गया।मुख्यमंत्री ने मानदेय बढ़ाने की घोषणा भी की है।हताश निराश आंगनबाड़ी सेविका -सहायिका के लिए यह बड़ी राहत है और उनके आंदोलन की जीत भी!हड़ताल में भाजपा के लोगों ने घुसकर उसे दिशाविहीन कर दिया था।बाध्य होकर हड़ताली संगठनों को आंदोलन वापस लेना पड़ा था।हड़ताल के क्रम में चयन मुक्त आंगनबाड़ी वर्कर्स के सवालों को लेकर aicctu, महासंघ गोप गुट और स्कीम वर्कर्स फेडरेशन के समर्थन से बिहार राज्य आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन ने राज्यव्यापी मुहिम चलाई थी।24 दिसंबर को पटना में राज्यस्तरीय बैठक हुई थी जिसमें चयनमुक्ति आदेश वापसी अभियान समिति गठित हुई थी।इस बैठक में भाकपा माले के तीन विधायकों महबूब आलम,सत्यदेव राम और संदीप सौरभ के अलावे शशि यादव,रामबली प्रसाद,रणविजय कुमार आदि उपस्थित थे।बैठक में इस अभियान को तेज करने के लिए कुमारी रंजना को संयोजक बनाया गया था।तीनों विधायकों,कर्मचारी संगठनों और ट्रेड यूनियन नेताओं की ओर से मुख्यमंत्री_उप मुख्यमंत्री को आग्रह पत्र भेजा गया था। बिहार राज्य आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन ने आग्रह पत्र के साथ ऐलान किया था कि अगर सरकार चयनमुक्ति के आदेश को वापस नही लेती है तो 7जनवरी को सत्याग्रह किया जाएगा।आल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन इस निर्णय के लिए बिहार के मुख्यमंत्री,विभागीय मंत्री,महागठबंधन सरकार और भाकपा माले और aicctu महासंघ गोप गुट के नेताओं को बधाई देता है।कल के सत्याग्रह को बदल कर धन्यवाद सभा करने का आह्वान करता है।साथ ही बिहार राज्य आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन बिहार सरकार से मांग करता है कि उन्हें हड़ताल अवधि का वेतन भी दिया जाए!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें