- 22 जनवरी को राम लला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अक्षत के साथ घर में पूजन धार्मिक अनुष्ठान दीपोत्सव कार्यक्रम करने का आह्वान
जयनगर/मधुबनी, आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्रीराम के बाल रूप नूतन विग्रह को श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे नवीन राम मंदिर का उद्घाटन व भूतल के गर्भगृह में भगवान श्री राम को विराजित करके प्राण-प्रतिष्ठा की जायेगी। इस अवसर अयोध्या से पूजित अक्षत और पत्रक का वितरण स्वयं सेवकों राम भक्त के द्वारा जय श्री राम का ध्वज लिए एक जनवरी से अभियान के तहत क्षेत्र के घर-घर जा कर वितरण किया जा रहा है। अक्षत व मंदिर के स्वरूप फ़ोटो की अक्षत के साथ घर के मंदिर व घर मे पूजा पाठ भजन कीर्तन धार्मिक अनुष्ठान और दीपोत्सव कार्यक्रम करने की अपील के साथ 24 जनवरी के पश्चात अपनी सुविधानुसार अयोध्या पहुँच कर अयोध्या में नवनिर्मित मन्दिर और भगवान राम लला के दर्शन करने की अपील कर रहे है। यह अभियान 15 जनवरी तक जारी रहेगा। इस अभियान में अरविंद तिवारी , श्याम किशोर सिंह, हरिश्चंद नायक, मोहन राय, प्रवीण कुमार सिंह, रवि कुमार, पवन गुप्ता, सूरज गुप्ता, नंदन, सूर्य नारायण मंडल, सुधीर कुमार समेत अन्य कार्यकर्ता शामिल है। मौके पर अरविंद तिवारी एवं श्याम किशोर सिंह ने कहा अपने ग्राम, मोहल्ले, कॉलोनी में स्थित किसी मंदिर में आस-पड़ोस के भक्तों को एकत्रित करके भजन कीर्तन, टेलीविजन, एलईडी स्क्रीन लगाकर अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह समाज को दिखायें, शंखध्वनि, घंटानाद, धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम आयोजन कर आरती और प्रसाद वितरण करें। कार्यक्रम का स्वरूप मंदिर अपने मंदिर में स्थित देवी-देवता का भजन कीर्तन आरती पूजा तथा श्रीराम जय राम जय जय राम विजय महामंत्र का 108 बार सामूहिक जाप करें। इसके साथ हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, रामरक्षा स्तोत्र आदि का सामूहिक पाठ के साथ सभी देवी देवता प्रसन्न होंगे। वातावरण सर्वत्र सात्विक एवं राममय हो जायेगा। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह दूरदर्शन द्वारा सीधे प्रसारित किया जायेगा साथ ही अनेक चैनलों के माध्यम से भी प्रसारण किया जायेगा। प्राण प्रतिष्ठा के दिन सायंकाल सूर्यास्त के बाद अपने घर के सामने देवताओं की प्रसन्नता के लिए दीपक जलाए, दीपमालिका सजायें, विश्व के करोड़ों घरों में दीपोत्सव मनाने। प्राण-प्रतिष्ठा दिन के उपरान्त प्रभु श्रीरामलला तथा नवनिर्मित मंदिर के दर्शन हेतु अपने अनुकूल समयानुसार अयोध्या जी में परिवार सहित पधारें। श्रीराम जी की कृपा प्राप्त करें।
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