- इंसानियत की दीवारः जो आपके पास अधिक है यहाँ छोड़ जाए, जो आपकी जरुरत का हो यहाँ से ले जाए
- ठंड में युवाओं ने ‘इंसानियत की दीवार‘, खड़ी कर नजीर पेश की, सुदूर इलाके के ग्रामीण हो सकेगे लाभान्वित
वहीं, मुहिम को धार दे रहे युवाओं ने बताया कि पहले खेप में यहाँ तीन हजार से ज्यादा जैकेट, ब्लेजर, चादर, सिलीपर, शर्ट, पेंट, छोटे बच्चों का कपड़ा, शूट, साड़ी, जूता, सिलीपर इत्यादि विभिन्न प्रकार की सामग्री पहुंचा दी गई है। इससे पूर्व हम लोगों ने सिकंदरा प्रखंड के लछुआर ग्राम में भी कार्यक्रम आयोजित की थी जहाँ एक हजार से ज्यादा असहाय लोग लाभान्वित हुए थे पर इस क्षेत्र में असहाय जरुरतमंद की संख्या देखते हुए कपड़ों की संख्या में बढ़ोतरी की गई है जिस से ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें साथ ही साथ हम लोग विशेष ख्याल यह रखते हैं कि किसी जरूरतमंद के आत्मसम्मान को ठेस न पहुंचे। इस प्रयास के सफल क्रियान्वयन में संस्थान के जमुई जिला सचिव विनोद कुमार, अनुराग सिंह, रौशन सिंह, शिवजीत सिंह, सौरभ मिश्रा, हरेराम सिंह, राजेश यादव, मिथुन कुमार सिंह आदि ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। वहीं कार्यक्रम में उपस्थित ब्रह्मेश्वर यादव, दिलीप कुमार पासवान, राजकुमार यादव, मुकेश कुमार, दिवाकर कुमार सिंह व अन्य सैकड़ों लोगों ने संस्थान द्वारा वर्षो से किए जा रहे कार्यों की सरहाना की व इंसानियत की दीवार जमुई के विभिन्न स्थानों पर लगाए जाने को लेकर संस्थान से जुड़े सहयोगियों से चर्चा की है।
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