इस मौके पर अध्यक्ष रोहित यादव ने अपने योग और अध्यात्म पर मिले ज्ञान को साझा करते हुए कहा कि अध्यात्म और योग एक दूसरे के पूरक हैं यहीं से मोक्ष मिलता है। योग एक प्राचीन अनुशासन है जो व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक आयामों में संतुलन और स्वास्थ्य लाने के लिए बनाया गया है। यह भारत में लंबे समय से लोकप्रिय प्रथा है जो पश्चिमी समाज में तेजी से आम हो गई है। " योग " का अर्थ है हमारी व्यक्तिगत चेतना का सार्वभौमिक दिव्य चेतना के साथ एक अति-चेतन अवस्था में मिलन, जिसे समाधि कहा जाता है । योग शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विषयों के लिए एक सामान्य शब्द है, जिसकी उत्पत्ति प्राचीन भारत से हुई है। यह एक आध्यात्मिक और तपस्वी अनुशासन है जिसमें सांस पर नियंत्रण, सरल ध्यान और विशिष्ट शारीरिक मुद्राओं को अपनाना शामिल है, जिसका अभ्यास स्वास्थ्य और विश्राम के लिए किया जाता है। संस्कृत शब्द 'युज' का अर्थ है किसी व्यक्ति की अपनी चेतना को सार्वभौमिक चेतना के साथ जोड़ना/एकीकृत करना। यह शरीर, मन और आत्मा के बीच एक सामंजस्यपूर्ण मिश्रण है, जिसमें शरीर क्रियाओं को नियंत्रित करता है, मन बुद्धि को नियंत्रित करता है और आत्मा भावनाओं को नियंत्रित करती है। यह सब मैंने वैज्ञानिक डेनिस बाबुश्किन से चर्चा के बाद जाना क्योंकि इनको योग और कुंडली जागरण से लेकर भारतीय सनातन धर्म का अच्छा ज्ञान है जो हमारे लिए गर्व का विषय है। इस मौके पर एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट कनिष्क यादव एवं श्रीमती रोहित यादव मौजूद रहे।
नई दिल्ली (अशोक कुमार निर्भय)। स्पेन गणराज्य के बिजनिस मैन एवं वैज्ञानिक डेनिस बाबुश्किन ने योग और अध्यात्म की खोज करते हुए गुरुदेव दशरथ आनंद के शिष्य प्रधान रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन मादीपुर गांव (रजि) के साथ मादीपुर गांव स्थित पांडव कालीन श्री शिव मंदिर का भ्रमण कर प्रसादी प्राप्त की। रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन मादीपुर गांव के अध्यक्ष श्री रोहित यादव ने उनको यह दर्शन कराया। इससे पूर्व बिजनिस मैन एवं वैज्ञानिक डेनिस बाबुश्किन मादीपुर गांव आर डब्ल्यू ए के अध्यक्ष रोहित यादव के घर पहुंचे थे जहां उसने परिवार से मुलाकात की। डेनिस बाबुश्किन से अपनी मुलाकात की चर्चा करते हुए रोहित यादव ने कहा की देवभूमि ऋषिकेश में डेनिस बाबुश्किन योग और अध्यात्म पर शोध के लिए पहुंचे थे और भगीरथी धाम में रोहित यादव भी आध्यात्मिक प्रवास पर थे। ईश्वर की कृपा हुई और हम दोनों के बीच गहन चर्चा अध्यात्म और धर्म के बारे में हुई। विचार मिले और यही विचार मित्रता में बदल गए।
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