मधुबनी : बाल ह्रदय योजना के तहत जिला से 28 बच्चों को भेजा गया आईजीआईसी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 6 जनवरी 2024

मधुबनी : बाल ह्रदय योजना के तहत जिला से 28 बच्चों को भेजा गया आईजीआईसी

  • ह्रदय रोग वाले बच्चों की होगी जांच व इलाज

Child-heart-treatment-madhubani
मधुबनी, स्वास्थ्य विभाग द्वारा ह्रदय रोग से ग्रसित बच्चों को आवश्यक जांच व इलाज के लिए मधुबनी सदर अस्पताल से 28 बच्चों एवं उनके परिजनों के साथ पटना भेजा गया। जहां बच्चों का इलाज, परामर्श तथा ऑपरेशन के लिए रेफर  किया जाएगा। विदित हो कि ह्रदय में छेद के साथ जन्मे बच्चों को निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराने के लिए बाल हृदय योजना की शुरुआत की गई है। सभी बच्चों का इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान में बाल ह्रदय योजना के तहत निःशुल्क जांच के लिए शिविर का आयोजन किया गया है। सभी चिह्नित बच्चों के साथ परिजनों को 102 एंबुलेंस के माध्यम से भेजने व वापस ले जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी। बच्चों के साथ एक आयुष चिकित्सा फार्मासिस्ट को भी भेजा गया। इस बाबत सिविल सर्जन डॉ. भीमसारीया ने बताया राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित बाल ह्रदय योजना की मदद से इन बच्चों का नि:शुल्क इलाज होता है। बच्चों का पटना स्थित इंदिरा गांधी इंस्टीच्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी द्वारा आयोजित विशेष शिविर के दौरान चिकित्सक रोग की गंभीरता की जांच करते हैं। आवश्यकता पड़ने पर उनके ऑपरेशन की व्यवस्था अहमदाबाद में की जायेगी। इस योजना के तहत बच्चों के इलाज तथा परिजन के आने जाने के सभी खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाता है।


दिल में छेद से ग्रसित 28 बच्चा को भेजा गया पटना :

जिले के विभिन्न प्रखंडों से दिल में छेद से ग्रसित 28 बच्चा को पटना भेजा गया। जिसमें अंधराठाढ़ी से 3, विस्फी से 2, हरलाखी 1, जयनगर 1, झंझारपुर 2, कलुआही 1, खजौली 1, खुटौना 1, लदनियां 2, लखनौर 1, लौकही 1, मधेपुर 2, पंडोल 2, फुलपरास 1, रहिका 3, राजनगर 3 बच्चों को दिल में ऑपरेशन तथा परामर्श के लिए पटना भेजा गया।


जरूरतमंद ह्रदय योजना का उठायें लाभ :

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ. कमलेश कुमार शर्मा ने बताया राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत विभिन्न रोग से ग्रसित 0 से 18 साल के बच्चों के लिये इलाज की व्यवस्था है। इसमें बाल हृदय योजना भी शामिल है। इस योजना के तहत हृदय में छेद सहित विभिन्न तरह के हृदय रोग से ग्रसित बच्चों के नि:शुल्क इलाज का इंतजाम है। रोगग्रस्त बच्चों की पहले विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जरूरी जांच की जाती है। फिर जरूरी पड़ने पर उन्हें बेहतर चिकित्सा संस्थान भेजा जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में आने वाला खर्च सरकार वहन करती है। आम लोगों को सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाना चाहिये।

कोई टिप्पणी नहीं: