मेरे पिता जी को हर साल याद करती है अमृतसर की सोसाइटी : सना अज़ीज़ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 6 जनवरी 2024

मेरे पिता जी को हर साल याद करती है अमृतसर की सोसाइटी : सना अज़ीज़

  • मुहम्मद अज़ीज़ वेलफेयर सोसइटी अमृतसर की टीम ने मरहूम गायक मुहम्मद अज़ीज़ के परिवार से की मुलाक़ात

Sana-aziz-remembar-muhammad-aziz
मुंबई (अशोक कुमार निर्भय)। बॉलीवुड के प्लेबैक सिंगर मुहम्मद अज़ीज़ साहिब चाहे इस दुनिया को अलविदा कर चुके है पर उनका संगीत अभी भी जिन्दा है आज यह सब देखने को  मिला जब मुहम्मद अज़ीज़  वेलफेयर सोसइटी अमृतसर की टीम मुंबई में अज़ीज़ साहिब के परिवार को मिलने आज कांदीवली वेस्ट उनके घर पहुंची देखकर ऐसा लगा के मुहम्मद अज़ीज़ साहिब की जिंदगी के साथ पुरानी यादे एक बार फिर उनकी आवाज़ में उनके घर की दीवारे भी उनकी आवाज़ में बोल रही हो कि "छोड़ेगे ना हम तेरा साथ ओह साथी मरते दम तक " ! स्व. मुहम्मद अज़ीज़ साहिब की बेटी सना अज़ीज़ ने बात करते हुए कहा के मेरे पिता जी ने जो मुंबई माया नगरी में आपने नाम कमाया है हम कभी भूल नहीं सकते बाकी वो बात अलग है की मेरे पिता जी ने जो बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री को दिया है उनके जाने के बाद किसी भी बॉलीवुड इंडस्ट्री के कलाकार संगीतकार ने उनके परिवार को नहीं पूछा के वो किस तरह से आपने जीवन गुज़ार रहे है मैं खुद भी एक गायका हु और मैं आपने पिता जी के लिए हमेशा सिंगिंग करती रहूगी चाहे मुझे कोई बॉलीवुड इंडस्ट्री से पूछे चाहे ना पूछे ! आज मेरे घर में  मुहम्मद अज़ीज़  वेलफेयर सोसइटी अमृतसर के लोग आये हुए है मिलकर बहुत ख़ुशी हुई जिसमे सोसइटी के प्रधान डॉ राज कुमार वर्मा और प्रेस सेकटरी सविंदर सिंह सावी और उनके कुछ साथी नवदीप सिंह और हरीश शर्मा थे जो पिछले तकरीबन 5 साल से मेरे पिता स्व. मुहम्मद अज़ीज़ साहिब को  हर साल याद करते है मैं  और अज़ीज़ परिवार हमेशा इस सोसइटी के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर साथ देगा यहाँ पे भी उनको हमारी जरुरत हो ! डॉ. राज कुमार वर्मा ने कहा के आज मैं उदास भी है और खुश भी, खुश इस लिए है कि आज मैं आपने गुरु जी मुहम्मद अज़ीज़ साहिब के घर में उनके परिवार के साथ हु और  उदास इस लिए हु कि  मेरे गुरु जी आज मेरे पास नहीं है लेकिन आज उनकी बेटी सना अज़ीज़ और उनके सारे परिवार ने जो मान सन्मान दिया है हम कभी भी यह नहीं भूल सकते और हमारी सोसइटी हमेशा पुरे परिवार के साथ है ! डॉ वर्मा ने यह भी कहा के आज से 5 साल पहले जो सपना मेने लिया था के अज़ीज़ साहिब जी के परिवार से मिलना है आज वो मेरा पूरा हुआ है और आगे से हम जो प्रोग्राम अज़ीज़ साहिब की याद में करवाने जा रहे है उसमे हम परिवार को सन्मानित भी करेंगे और परिवार ने हमारी इस बात को पूरा करने का वायदा भी किया है जो हमारी सोसइटी के लिए गर्व की बात है। 

कोई टिप्पणी नहीं: