मधुबनी : नीतीश थाली के बैंगन , कब किधर लुढ़क जायेंगे - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 30 जनवरी 2024

मधुबनी : नीतीश थाली के बैंगन , कब किधर लुढ़क जायेंगे

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मधुबनी, राष्ट्रीय जनता दल के नेता आरिफ जिलानी अंबर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है। की 𝟐𝟎𝟐𝟎 विधानसभा चुनाव में जब तेजस्वी CM बनने पर 𝟏𝟎 लाख नौकरियां देने का वादा कर रहे थे तब नीतीश कुमार कह रहे थे नौकरी देना असंभव है, पैसा कहाँ से लाएगा, उसे कुछ जानकारी है। 𝟗 अगस्त 𝟐𝟎𝟐𝟐 को तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री बने और 𝟏𝟓 अगस्त 𝟐𝟎𝟐𝟐, गाँधी मैदान से स्वतंत्रता दिवस के भाषण में उसी नीतीश कुमार से 𝟏𝟎 लाख नौकरी देने की घोषणा करवाई। यही है तेजस्वी यादव की ताकत ।  उन्होंने आगे कहा की एक ने कहा- " मिट्टी में मिल जाऊँगा पर भाजपा में नहीं जाऊँगा" दूसरे ने कहा था -" मैके का दरवाजा अब सदा के लिए बंद हो चुका है। और अब सुशील कुमार मोदी बडे़ ही दार्शनिक अंदाज में राजनीतिक चरित्र समझा रहे हैं - " राजनीति में दरवाजा हमेशा के लिये बन्द नहीं होता है। समय आने पर खोला भी जाता है। सच्चाई तो यह है कि यही भाजपा की असली चाल, चरित्र और संस्कार है ।सत्ता पाने हेतु कब कहाँ किसके लिए खुल जाए, किसके सामने बिछ जाए, कहा नहीं जा सकता । एक ने दरवाजा खोला और दूसरा घुस गया । बिहारवासियों को इस बार कोई आश्चर्य नहीं हुआ । नीतीश तो हैं ही थाली के बैंगन , कब किधर लुढ़क जायेंगे , स्वयं वही जानते हैं । ठगी, स्वार्थ और लोभ का गठबंधन भाजपा के साथ बनाएं है। पहले नीतीश ने ख़ुद कहा था कि बीजेपी हमारी पार्टी को ख़त्म करना चाहती और हम सब समाजवादी विचारधारा के लोग उससे मुक़ाबला कर सकते हैं, लेकिन आज वो अपने निजी स्वार्थ में समाजवादी विचारधारा के नायक लोहिया, कर्पूरी, जयप्रकाश नारायण के विचारो को कलंकित करने का काम किया है।जिस थके हुए नेता के लिए सरकारी नौकरी कोई मुद्दा ही नहीं था। जिन्हें नौकरी का वादा हास्यास्पद लगता था। आज वो नौकरियों के क्रेडिट के लिए महागठबंधन की सरकार गिराकर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं।

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