- राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के क्षेत्र का बड़ा मामला
- पहले से बेची हुई जमीन दोबारा बेचने वालों के खिलाफ एसडीएम के आदेश के बाद भी नहीं हुई एफआईआर, पीड़ित आर्मीमैन ने मांगी इच्छामृत्यु
इस तरह खुली पोल
भारतीय रक्षा विभाग (मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस) से रिटायर्ड आर्मीमैन और किसान 67 वर्षीय बैरागढ़ निवासी विश्वदेव शर्मा ने राष्ट्रपति के नाम संबोधित अपनी पीड़ा का आवेदन वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपा है। जिसमें अपनी पीड़ा बयां करते हुए कहा कि उन्होंने अपने रिटायरमेंट से अर्जित धनराशि से वर्ष 2017-18 में गांव बरखेड़ी में 60 डिमीमल जमीन ग्राम पांगरी के सुनील राठौर, राहुल राठौर और ग्राम बरखेड़ी के महेश शर्मा पिता रामप्रसाद शर्मा से 26 लाख 65 हजार रुपए में ली थी। जिसका भुगतान 6 जनवरी 2018 को देकर जमीन का नामांतरण, बटान, सीमाकंन और कमर्शियल डायवर्सन करा लिया था। बाद में वर्ष 2019 में पता चला कि उनके द्वारा खरीदी गई 60 डिसीमल जमीन पर भोपाल निवासी मृदुला शर्मा पत्नी दुर्गाप्रसाद शर्मा ने अपना दावा पेश किया गया। इस मामले में प्रशासन की जांच में पता चला कि बरखेड़ी के भूमाफिया गिरोह ने 13 किसानों को पहले से बेची हुई जमीन दोबारा बेच दी थी। इस धोखाधड़ी में बैरागढ़ निवासी आर्मीमैन विश्वदेव शर्मा भी साल 2018 में जमीन खरीदने के झांसे में आ गए।
दो माह पहले दोषियों पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे चुके हैं एसडीएम
इस मामले में जांच उपरांत पूर्व एसडीएम नितिन कुमार टाले ने 12 दिसंबर 23 को बरखेड़ी के जमीन विके्रता महेश शर्मा सहित राजस्व विभाग के दोषी लोगों पर एफआईआर कराने के आदेश बिलकिसगंज के नायब तहसीलदार जारी किए जा चुके हैं, लेकिन अभी तक किसी के खिलाफ एफआईआर नहीं होने से पीड़ित किसान और आर्मीमैन विश्वदेव शर्मा ने राष्ट्रपति द्रोपती मुर्मू से इच्छामृत्यु मांगी है।
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