पटना, 12 फरवरी को जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र, मानपुर, गया पर लगे दीर्घकालिक ट्रायल का निरीक्षण वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान ई. मनोज कुमार राय; वैज्ञानिक डा. अशोक कुमार एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना से आए वैज्ञानिक टीम जिसमें डा. राकेश कुमार, ई. सुन्दरम, श्री देवेन्द्र मंडल, डा. तेज प्रताप, बुद्ध प्रिय मौर्य उपस्थित रहे। धान परती भूमि गाँव-गुलेरियाचक, टेकारी, गया में किसान वैज्ञानिक संवाद एवं दलहन-तिलहन फसल प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया। इसमें जीरो टिलेज से 150 एकड़ क्षेत्र के प्रत्यक्षण में लगे फसल हेतु आयोजित प्रक्षेत्र दिवस में ई. सुन्दरम ने कहा अनुसूचित जाति उप परियोजना अंतर्गत अनुसूचित जाति लोगों द्वारा कृषि कार्य हेतु समूह बनाकर खेती करने को कहा बकरी, बत्तख, मुर्गी आदि के पालन और मशरूम उत्पादन एवं मूँग व सब्जी की खेती के बारे में विस्तृत जानकारी दी, जिससे किसानों के आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। इस अवसर पर डा. राकेश कुमार ने मोटे अनाज-ज्वार, बाजरा, मडुआ, सवां, कोदो आदि को आने वाले खरीफ मौसम में इसकी खेती कर किसान अधिक से अधिक लाभ अर्जित कर सकते हैं। श्री देवेन्द्र मंडल ने जीरो टिलेज तकनीक से खेती करने से लागत में कमी एवं श्रमिक तथा समय का बचत होता है। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि आधुनिक समय में तकनीकी अपनाकर खेती करने से अधिक लाभ ले सकते हैं। बुद्ध प्रिय मौर्य ने किसानों को खेतों से मृदा परीक्षण के बारे में जानकारी दी एवं मृदा जाँच कराने पर जोर दिया। उन्हेंने किसानों को बताया कि किसी भी फसल को बुआई करने से पहले मृदा जाँच अवश्य कराएं जिससे मृदा में जरूरत के अनुसार उर्वरक का प्रयोग किया जा सके। इस कार्यक्रम में 82 किसानों ने भागीदारी किया। इस अवसर पर भाग लेने वाले किसानों में श्री सत्येन्द्र चौधरी, श्री आषीष कुमार सिंह, श्री सुरेन्द्र राम, श्री पुनीत बिन्द, श्री मनोज कुमार एवं श्री जितेन्द्र कुमार आदि कार्यक्रम में उपस्थित हुए। कार्यक्रम से किसान उत्साहित थे।
सोमवार, 12 फ़रवरी 2024
पटना : वैज्ञानिकों ने किया दीर्घकालिक ट्रायल का निरीक्षण
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