कविता : आओ सुनाऊं बेटी की कहानी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 25 फ़रवरी 2024

कविता : आओ सुनाऊं बेटी की कहानी

बचपन में अंधेरे से डर लगता था,

पर अब इस दुनिया से डर लगता है,

कि ये हमें आगे बढ़ने से रोक देंगी,

जब जब बेटी ने धरती पर जन्म लिया,

तब तब उन्हें टोका गया,

बदल जाएगी सारी दुनिया,

जब बेटी के प्रति सोच बदलेगी,

कल भी बेटी को दुख देते थे दुनिया वाले,

आज भी बेटी को दुख देते हैं।।






Anita-charkha-features

अनीता

कक्षा-10वी

पोलिंग, बागेश्वर

उत्तराखंड

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