सीहोर : बेखोफ होकर दलित की जमीन पर मकान बना रहे गांव के दंबग - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 29 फ़रवरी 2024

सीहोर : बेखोफ होकर दलित की जमीन पर मकान बना रहे गांव के दंबग

  • अतिक्रमणकर्ताओं को श्यामपुर राजस्व विभाग का खुला आशिर्वाद

Encroachment-sehore
सीहोर। श्यामपुर तहसील में दलित अनुसुचित जाति आदिवासी वर्ग के किसानों के साथ अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहे है। खुलेआम दलित किसान की जमीन पर कोर्ट का स्टे होने पर भी अिितक्रमणकर्ता दंबगता से बेखौफ होकर पक्के मकान बना रहे है। अतिक्रमणकर्ताओं को श्यामपुर राजस्व विभाग तहसीलदार के दिशा निर्देशन में खुला संरक्षण दे रहा है। दबंग अतिक्रमणकर्ताओं से हैरान परेशान करंजखेड़ा गांव के दलित बसोड़ जाति के गरीब किसान परिवार ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर वंदना राजपूत एवं भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रवि मालवीय को शिकायती पत्र देकर अतिक्रमणकर्ताओं को सरंक्षण देने वाले सरकारी कर्मचारियों और अतिक्रमणकर्ताओं पर सख्त कार्रवाही करने सहित राजस्व रिकार्ड में दर्ज कृषि भूमि अतिक्रमणकर्ताओं से मुक्त कराकर दिलाने की मांग की है। दलित बसोड़ जाति के गरीब किसान कैलाश मालवीय ने बताया की आवेदन देने के एक वर्ष पर बीते दिनों आरआई धीरेंद्र वर्मा,पटवारी मुकेश वर्मा,श्यामपुर थाना पुलिस एवं ग्राम चोकीदार प्रेम सिंह सहित ग्रामीणों की उपस्थित में भूमि का सीमाकंन किया गया था लेकिन राजस्व विभाग के द्वारा हमारी भूमि से अतिक्रमणकर्ताओं को नहीं हटाया गया था केवल मौखिक चैतावनी देकर छोड़ दिया गया था भूमि पर कोर्ट का स्थागन आदेश होने के बावजूद माखन सिंह सहित अन्य अतिक्रमणकर्ता मकान बना रहे है तो कोई भूमि पर अपने पशु बांध रहा है कूढे कचरे के ढ़ेर लगाए जा रहे है। बीती रात अतिक्रमणकर्ता ने रात में मकान का छत डाल लिया है। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है। जबकी यह भूमि हमारी है सभी दस्तावेज हहमारे पास मौजूद है राजस्व पोर्टल पर भी उक्त भूमि हमारे नाम दर्ज है। अब अगर न्याय नहीं मिलता हे तो परिवार आत्मघाती कदम उठाने के लिए विवश होगा। 

कोई टिप्पणी नहीं: