सीहोर : कुबेरेश्वरधाम पर मौनी अमावस्या पर उमड़ा आस्था का सैलाब, भंडारे का आयोजन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 9 फ़रवरी 2024

सीहोर : कुबेरेश्वरधाम पर मौनी अमावस्या पर उमड़ा आस्था का सैलाब, भंडारे का आयोजन

  • निर्माल्य वाहन की शुरुआत करने वालों का मंच से होगा सम्मान
  • सात मार्च से होने वाले भव्य रुद्राक्ष महोत्सव शिव पुराण में आने वालों के लिए साढ़े सात लाख स्क्वायर फिट का बनेगा पंडाल, महाकुंभ की तर्ज पर जारी तैयारियां

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सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में शुक्रवार को मौनी अमावस्या पर भी एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं पहुंचे और भगवान की विशेष पूजा अर्चना की गई। यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक भागवत भूषण गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा के निर्देश पर भोजन प्रसादी का वितरण किया। पिछले दस दिनों में दस लाख से अधिक श्रद्धालु आ चुके है। जिससे मंदिर परिसर के हर तरफ श्रद्धालुओं का सैलाब नजर आता है। वहीं आगामी सात मार्च से होने वाले भव्य रुद्राक्ष महोत्सव शिव महापुराण कथा को लेकर तैयारियां चल रही है। मंदिर परिसर के पीछे कथा में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भव्य पंडाल के अलावा भोजन आदि की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए समिति, प्रशासन और सामाजिक संगठन और जनप्रतिनिधि एकजुट होकर तैयारी कर रहे है। कथा के अलावा रात्रि में बाहर से आए कलाकारों के द्वारा कथा की प्रस्तुति दी जाएगी।


पांच लाख अधिक श्रद्धालु आराम से बैठकर शिव महापुराण का लाभ ले सकेंगे

आयोजन स्थल पर तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है। यहां लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के अनुमान से करीब साढ़े सात लाख वर्ग फीट का पांडाल बनाया गया है, जिसमें पांच लाख से अधिक श्रद्धालु आराम से बैठकर शिव महापुराण का लाभ ले सकेंगे। इसके अलावा भी कथा स्थल पर तीन बड़े और कुछ अन्य छोटे पंडाल बनाए जाऐंगे। इस कथा पांडाल में प्रवेश के लिए गेट बनाए जाने की तैयारियां है। कथा स्थल के पास विश्व की सबसे बड़ी भोजशाला में रोज तीन लाख से अधिक लोगों के लिए भोजन बनेगा। पानी के लिए पाइप लाइन, अस्थाई ड्रेनेज सिस्टम, शौचालय आदि भी बड़ी संख्या में बनाए जा रहे है।


अस्थाई अस्पताल में हो सकेगा प्राथमिक उपचार---

कथा स्थल पर त्वरित मेडिकल सुविधा के लिए मेडिकल कंट्रोल रूम रहेगा। इसमें डॉक्टरों अन्य सहायक स्टाफ के अलावा प्राथमिक उपचार के लिए जरूरी उपकरण, दवाइयां 24 घंटे रहेंगी। वहीं अनेक एबुंलेंस भी वहां मौजूद रहेगी, ताकि आवश्यकता पडऩे पर किसी मरीज को तुरंत अस्पताल लाया जा सके।


 निर्माल्य वाहन की शुरुआत करने वालों का होगा सम्मान----

विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि मंदिरों एवं घरों से निकलने वाली पूजन सामग्री फूल माला, धूपबत्ती, राख आदि एकत्रित करने के लिए निर्माल्य वाहन की शुरुआत की है। पहले मंदिर एवं नगर की पूजन सामग्री नदियों में फेंक दी जाती थी, जिसके कारण जल प्रदूषण होता है, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। भागवत भूषण गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा के आह्वान पर पूरे देश में हजारों की संख्या में विभिन्न संगठनों के द्वारा निर्माल्य वाहनों को चलाया जा रहा है। इन संगठनों को भागवत भूषण गुरुदेव के द्वारा सात मार्च से 12 मार्च तक होने वाले रात्रि कार्यक्रम के दौरान मंच से सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम में देश भर के संतों, साधुओं का संगम लगा रहेगा। 

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