मधुबनी : सामाजिक संरचना को समझने के लिए ग्रामीणों के साथ संवाद जरुरी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 11 फ़रवरी 2024

मधुबनी : सामाजिक संरचना को समझने के लिए ग्रामीणों के साथ संवाद जरुरी

  • सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना की चतुर्थ दिवस संयुक्त रिपोर्ट 

Need-comunication-in-socity
मधुबनी, राजीव गांधी साउथ कैंपस, बीएचयू, बरकछा, मिर्जापुर की राष्ट्रीय सेवा योजना की 011A & 011B इकाइयो द्वारा कार्यक्रम अधिकारी डॉ. त्रिभुवन नाथ एवं डॉ. विनिता सिंह के नेतृत्व में सात दिवसीय विशेष शिविर के चतुर्थ दिन ग्राम बरकछा खुर्द एवं अटारी का भ्रमण कर गाव में विभिन्न प्राकृतिक एवं अन्य मूलभूत आवश्यक सुविधाओ का विवरण एकत्रित किया। इस प्रक्रिया में स्वयंसेवको ने गाँव की सामाजिक संरचना को समझने के लिए ग्रामीणों के साथ संवाद किया। तत्पश्चात स्वयंसेवको ने ग्रामीणों के सहयोग एवं मार्गदर्शन में गाव का सामाजिक मानचित्रण जमीन पर तैयार किया। इस मानचित्रण में गाव की विभिन्न सड़को, पहाड़, नदी, चापाकल, खेत, आवासीय क्षेत्र इत्यादि को जमीन पर रंगो द्वारा दर्शाया गया। इस सामाजिक मानचित्रण द्वारा स्थानीय लोगों की आवश्यकताओं और समस्याओं का सही रूप से मूल्यांकन किया गया, जिसका ग्राम्य विकास की योजना में सही उपयोग हो सकता है। स्वयंसेवको ने इस मानचित्रण के माध्यम से जल संचयन, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के बारे में ग्रामीणों को जागरूक किया।

कोई टिप्पणी नहीं: