मधुबनी : बाबा साहेब आंबेडकर के विचारो को जन जन तक पहुंचाने की जरूरत : दीपंकर भट्टाचार्य - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 11 फ़रवरी 2024

मधुबनी : बाबा साहेब आंबेडकर के विचारो को जन जन तक पहुंचाने की जरूरत : दीपंकर भट्टाचार्य

  • भुतहा चौक पर बाबा साहेब के प्रतिमा का हुआ अनावरण, उच्च विद्यालय मैदान में उन्होंने सभा को किया संबोधित।

Dipankar-inaugrate-baba-saheb
मधुबनी, 11 फरवरी, लॉकही चौक पर लंबे समय से बनकर तैयार डॉ भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण आज भाकपा(माले) महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने किया। इससे पहले उन्होंने फुलपरास चौक पर शहीद परमेश्वर यादव के प्रतिमा पर माल्यार्पण किए तथा उनके परिजन से मुलाकात किए। वही इस अवसर पर पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा, समाजवादी नेता सत्यजन जी, राज्य स्थाई समिति के सदस्य बैद्यनाथ यादव, मधुबनी जिला सचिव ध्रुव नारायण कर्ण, युवा नेता पप्पू कुमार, आइसा नेता मयंक कुमार, इंसाफ मंच के नेता पप्पू खान, RYA  नेता रंजीत राम, संदीप चौधरी, किसान महासभा के अभिषेक कुमार, ईश्वर दयाल सिंह, केशरी यादव, प्रिंस राज,  उपस्थित थे। वही इस अवसर पर उच्च विद्यालय में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि आज देश में केंद्र की संविधान और लोकतंत्र को खत्म कर रही है। ऐसे अवसर पर आज भुतहा चौक पर बाबा साहेब की प्रतिमा का अनावरण हुआ है। उन्होंने कर्पूरी जी का चर्चा करते हुए कहा की कर्पूरी की समाजवादी और वामपंथियों की संयुक्त एकता उस दौर में भी चाहते थे जिस दौर में आरक्षण की लड़ाई और तेज हुई थी। और आज समय आ गया हैं की वामपंथी और समाजवादी एक मंच पर इंडिया गठबंधन में एकजुट हुए है। श्री भट्टाचार्य ने कहा कि आज खुसी की बात है की बिहार के महागठबंध सरकार के द्वारा जातीय आर्थिक सर्वे कराया गया। और उसमे साफ स्पष्ट हुआ की आज भी बिहार में सबसे जायदा गरीबी हैं। और लंबे समय तक सत्ता में रहने वाले नीतीश और मोदी जी को इसका जवाब देना होगा। श्री भट्टाचार्य ने कहा देश के अंदर संविधान को तहस नहस करने वाले पार्टी के साथ पलटी मारकर कुर्सी पर बने रहने वाले की अवसरवादी एकता देश के लिए खतरनाक हैं। उन्होंने कहां की बिहार में महागठबंधन अच्छी खासी सरकार चल रही थी सामाजिक न्याय और रोजगार का नया विमर्श गढ़ रहा था जिससे केंद्र की मोदी सरकार घिर गई थी। इस लिए आर एस एस के इशारे पर नीतीश को मोहरा बनाया गया। कल क्या होगा यह में नही कह सकता लेकिन इतना जरूर कहूंगा की बिहार संविधान-लोकतंत्र की लड़ाई के मोर्चे पर आगे रहेगा। और सामाजिक न्याय का जो नया फार्मूला सामने आए है वो आगे बढ़ेगा। श्री भट्टाचार्य ने कहा की नीतीश कुमार भाजपा के मुखौटा बने हुए हैं। भाजपा की चाल को बिहार कभी सफल नहीं होने देगा। हम शिक्षा रोजगार के युवाओं के आंदोलन और दलित गरीबों के भूमि अधिकार आंदोलन को अग्रगति प्रदान करेगा। वही भाकपा(माले) पोलित ब्यूरो सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी धीरेंद्र झा ने कहा मधुबनी लाल झंडा का गढ़ रहा हैं। इसे और मजबूत बनाना होगा। तब ही जाकर क्षेत्र का विकास होगा। उन्होंने कहा की आज पलटी मार के नाम से नीतीश कुमार प्रसिद्ध है लेकिन इस देश में सबसे बड़ा पलटी मार तो भाजपा है जो देश के संविधान को ही पलट रहा है। इसलिए सबसे ज्यादा जरूरी है की भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने की जरूरत है। राजनारायन निराला, पप्पू सिंह यादव,संजीव भारती, सन्तोष कर्ण, गंगा साफी,प्रदीप पासवान वगैरह ने भी संबोधित किया.

कोई टिप्पणी नहीं: