कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सम्राट एम. झा, आई.ई.डी.एस., सहायक निदेशक, एमएसएमई - ड़ीएफओ, पटना ने अपने स्वागत भाषण मे सभी अधिकारियों,अतिथियों,उधमियों तथा उपस्थित प्रतिभागियों का स्वागत पौधा गमला भेंट कर किया एवं कार्यक्रम उदेश्य के बारे मे विस्तृत जानकारी देते हुये उन्होने उद्यमियों /भावी उद्यमियों के बीच राज्य में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) के नवप्रवर्तन, डिज़ाइन (प्रारूप), प्रक्रिया और व्यावसायिक रणनीतियों को सुरक्षित रखने के लिए बौद्धिक सम्पदा अधिकारों, प्रक्रियाओ, इस संबंध में विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे मे जानकारी दी । कार्यक्रम में अध्यक्षीय संबोधन में श्री झा ने सभी प्रतिभागियों से उद्यमिता को अपनाने हेतु आह्वान किया। उन्होंने हर संभव सहायता देने हेतु प्रतिभागियों को भरोसा दिया एवं उनके सवालों का निराकरण किये।कार्यक्रम में कुल 90 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया एवं कार्यक्रम का लाभ उठाया। कार्यक्रम के तकनीकि सत्र में, मनीष कुमार, आईपीआर अटोरनी व विशेषज्ञ, पटना ने आईपीआर का एमएसएमई के ऊपर प्रभाव एवं आईपीआर के लाभ के लिये आवेदन प्रकिया विषय पर विस्तार से प्रस्तुतीकरण दिया I सम्राट एम. झा,आई.ई.डी.एस., सहायक निदेशक, ने एमएसएमई मंत्रालय, नई दिल्ली के द्वारा भेजे गए विडियो प्रेजेंटेशन उद्यमियों को दिखाया एवं हर तरह की जानकारी साझा की एवं भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय के विभिन्न योजनाओं जैसे एमएसएमई इन्नोवेटिव योजना , उद्यम पंजीकरण,चैम्पियन पोर्टल के द्वारा जैसे “आपको बड़ा बनाने के लिए हमारे छोटे हाथ”, पीएमएस स्कीम एवं जेम के अंतर्गत अपने प्रोडक्टस का मार्केटिंग करने का तरीका एवं बाज़ार प्रबन्धन,एमएसई –सीडीपी, मुद्रा योजना, प्रधान मंत्री स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम जैसे विभिन्न योजनाओ के बारे में जानकारी दी।
पटना :27 फरवरी, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विकास कार्यालय, एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार,पटना द्वारा मंगलवार (27-02-2024) को प्रखंड विकास कार्यालय, लक्ष्मीपुर आकांक्षी प्रखंड, जमुई के सभागार में एक दिवसीय बौद्धिक सम्पदा अधिकार (आईपीआर) को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य, उद्यमियों /भावी उद्यमियों के बीच राज्य में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) के नवप्रवर्तन, डिज़ाइन (प्रारूप), प्रक्रिया और व्यावसायिक रणनीतियों को सुरक्षित रखने के लिए बौद्धिक सम्पदा अधिकारों के बारे में सजगता बढ़ाना, देश के विभिन्न औद्योगिक क्लस्टर में लागू करना एवं आईपीआर योजना में उपलब्ध वित्तीय सहायता एवं विभिन्न प्रक्रियाओ के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना था । “बौद्धिक सम्पदा अधिकार (आईपीआर)” के विभिन्न टूल्स जैसे ट्रेड मार्क, कॉपी-राइट, डिजाइन रजिस्ट्रेशन, पेटेंट इत्यादि का इस्तेमाल करके एमएसएमई क्षेत्र के उद्यमियों को प्रोध्योगिकी उन्नयन और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने में मदद मिलेगी साथ ही अपने प्रॉडक्ट की रचनात्मकता को भी सुरक्षित कर सकते हैं। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सम्राट एम. झा, आई.ई.डी.एस., सहायक निदेशक ग्रेड, एमएसएमई - ड़ीएफओ, पटना ने किया । कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में डॉ॰ अर्जुन मंडल, कृषि विशेषज्ञ एवं राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता, जमुई, डॉ॰ प्रभात रंजन, प्रखंड विकास पदाधिकारी, लक्ष्मीपुर ब्लॉक, जमुई, मितेश कुमार शांडिल्य, महाप्रबंधक प्रभारी ,जिला उद्योग केंद्र ,जमुई, मनीष कुमार, आईपीआर अटोरनी व विशेषज्ञ,पटना, संजय कुमार, प्रबंधक, कौशल प्रशिक्षण केंद्र, जमुई एवं अन्य अतिथिगण इत्यादि मौजूद रहे। इस कार्यक्रम संयोजन एवं समन्वयन इस कार्यालय के श्री सम्राट एम. झा, आई.ई.डी.एस., सहायक निदेशक, एमएसएमई - ड़ीएफओ, पटना ने किया।
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